लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में डकैती के मामले में आरोपी मंगेश यादव की पुलिस के साथ मुठभेड़ में मौत पर विपक्ष के आरोपों के बीच उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने इसका खंडन करते हुए सोमवार को कहा कि पुलिस जाति के आधार पर कार्रवाई नहीं करती।
सपा का आरोप है कि पुलिस जाति के आधार पर कार्रवाई करती है
समाजवादी पार्टी (सपा) ने आरोप लगाया है कि पुलिस जाति के आधार पर मुठभेड़ में अपराधियों को निशाना बना रही है। 73वें अखिल भारतीय पुलिस कुश्ती क्लस्टर-2024 के उद्घाटन समारोह से इतर पत्रकारों से बातचीत में सपा के इन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने कहा, ”पुलिस ऐसी चीजें नहीं करती।”
मुठभेड़ के दौरान की स्थितियों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ”मैं ऐसी सभी बातों (आरोपों) का खंडन करता हूं।” पुलिस पूरी निष्पक्षता से कार्रवाई करती है।” पिछले महीने सुल्तानपुर जिले में एक ज्वैलर्स की दुकान में हुई डकैती के आरोपी एक लाख रुपये के इनामी बदमाश मंगेश यादव को पिछले गुरुवार की तड़के राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ मुठभेड़ में मार गिराया गया।
गंभीरता से जांच की जा रही है
एसपी ने इसे जाति के आधार पर फर्जी मुठभेड़ बताया था। कानपुर में रेलवे ट्रैक पर मिले एलपीजी सिलेंडर के बारे में पुलिस महानिदेशक ने कहा, ”वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।”
आतंकवाद निरोधक दस्ते के भी मौके पर पहुंचने के सवाल पर कुमार ने कहा, ”हम सभी पहलुओं पर गौर करेंगे और पूरी जांच के बिना इस पर कुछ भी कहना संभव नहीं है।” गौरतलब है कि प्रदेश के कानपुर जिले में एक बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया।
कालिंदी एक्सप्रेस के सामने ट्रैक पर रखा गैस सिलेंडर
रविवार रात प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के सामने अज्ञात लोगों ने ट्रैक पर रसोई गैस सिलेंडर रख दिया। यह देख ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाए और सिलेंडर उससे टकराकर दूर जा गिरा। गनीमत रही कि सिलेंडर फटा नहीं। रेलवे ने इस संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। मामले की जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में पांच टीमें गठित की गई हैं।