नई दिल्ली। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने जा रहे हैं। इस चुनाव में अनुच्छेद 370 को हटाने या फिर से लागू करने को लेकर खूब बयानबाजी हो रही है। राज्य में यह मुख्य चुनावी मुद्दा भी बन गया है। बीजेपी का घोषणापत्र जारी करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि अनुच्छेद 370 को किसी भी हालत में वापस नहीं लाया जा सकता। इस बीच राज्य के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हम अनुच्छेद 370 को फिर से वापस लाएंगे, चाहे इसमें कितना भी समय क्यों न लगे।
‘अनुच्छेद 370 को वापस लाएंगे’
समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘अनुच्छेद 370 ऐसी चीज है, जिसके लिए हम चुप नहीं बैठ सकते। यह सिर्फ हमारी राजनीतिक विचारधारा का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह राज्य के नागरिकों के अधिकारों का भी मामला है।’ उन्होंने कहा कि हम इसके लिए सरेंडर करने वाले नहीं हैं। अगर हमारी सरकार बनती है तो हम इसे फिर से लागू करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इसमें समय लग सकता है, लेकिन उनकी पार्टी और गठबंधन इसके लिए तैयार है।
अनुच्छेद 370 हटाना अब बीजेपी के लिए मुश्किल काम
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम ने कहा कि हम जानते हैं कि राज्य में अनुच्छेद 370 को फिर से लागू करना ऐसा कुछ नहीं है जिसे अगले 5 सालों में लागू किया जा सके। इसमें समय लगेगा और हम इसके लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी को हटाने में समय लगेगा, लेकिन भारत गठबंधन ने भगवा पार्टी की स्थिति को कमजोर कर दिया है।
‘इसमें 100 साल लग सकते हैं’
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अनुच्छेद 370 पर 3 जजों की बेंच ने फैसला दिया है, लेकिन इसे 5 या 7 जजों की बेंच भी पलट सकती है। 7 जजों की बेंच द्वारा दिए गए फैसले को पूरी बेंच पलट सकती है। उन्होंने कहा, ‘मेरे पिता ने कहा था कि इसमें 100 साल लग सकते हैं। हम जानते हैं कि इसमें 5, 10 या 100 साल भी लग सकते हैं, लेकिन यह ऐसा कुछ है जिसके लिए हम लड़ेंगे।’