कंगना रनौत को नई फिल्म को लेकर जान से मारने की धमकी: बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने अपनी आने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर जान से मारने की धमकी मिलने की शिकायत की है। सोमवार को उन्होंने महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और पंजाब पुलिस के डीजीपी को टैग करते हुए एक वीडियो शेयर किया और पर्याप्त सुरक्षा की मांग की। फिल्म ‘इमरजेंसी’ में कंगना ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है। हाल ही में इसका ट्रेलर रिलीज हुआ और उसके बाद एक धमकी भरा वीडियो सामने आया है।
कंगना को धमकी देने वाले लोग कौन हैं?
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि धमकी भरे वीडियो में 6 लोग एक कमरे में बैठे नजर आ रहे हैं, जिनमें से 2 निहंग सिखों जैसे कपड़े पहने हुए थे। इनमें से एक व्यक्ति ने फिल्म इमरजेंसी की रिलीज को लेकर चेतावनी दी। उसने कहा- “अगर फिल्म में उन्हें (खालिस्तानी आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाला) आतंकवादी दिखाया गया है, तो याद रखें कि उस व्यक्ति (इंदिरा गांधी) के साथ क्या हुआ था, जिसकी फिल्म आप बना रहे हैं।”
Please look in to this @DGPMaharashtra @himachalpolice @PunjabPoliceInd https://t.co/IAtJKIRvzI
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) August 26, 2024
वीडियो में दूसरे व्यक्ति ने खुद को सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर विक्की थॉमस सिंह बताया। उन्होंने इंदिरा गांधी के अंगरक्षकों सतवंत सिंह और बेअंत सिंह का जिक्र किया, जिन्होंने 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उन्होंने कहा- “जो लोग उनके सिर पर सिर रख सकते हैं, वे उन्हें काट भी सकते हैं।”
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने प्रतिबंध लगाने की मांग की
इस धमकी के बाद कंगना रनौत ने तीनों राज्यों की पुलिस से कार्रवाई करने और सुरक्षा मुहैया कराने की अपील की है। अभिनेत्री ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा- “कृपया इस पर ध्यान दें।” इस बीच शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी समेत कई सिख संगठनों ने फिल्म की रिलीज पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उनका आरोप है कि फिल्म “सिख विरोधी” नैरेटिव फैला सकती है और सिखों को “विभाजनकारी” के तौर पर पेश कर सकती है।
इंदिरा गांधी के संघर्षों पर केंद्रित है फिल्म इमरजेंसी
फिल्म के ट्रेलर में इंदिरा गांधी और उनके पिता दिवंगत प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के बीच युवावस्था के दौरान के संबंधों को दिखाया गया है। इसके अलावा आयरन लेडी के राजनीतिक जीवन के दौरान हुए संघर्षों, राजनीतिक उथल-पुथल और अन्य मुद्दों को भी सामने लाने की कोशिश की गई है।