पीआर श्रीजेश इन न्यू रोल: पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय हॉकी टीम ने कांस्य पदक के साथ अपना सफर पूरा किया। कांस्य पदक के मुकाबले में टीम इंडिया ने स्पेन को 2-1 से हराकर ओलंपिक में लगातार दूसरी बार पदक जीता।
इस मैच के साथ ही टीम इंडिया की दीवार कहे जाने वाले गोलकीपर पीआर श्रीजेश के अंतरराष्ट्रीय करियर पर भी पूर्ण विराम लग गया है। हालांकि रिटायरमेंट के बाद दिग्गज खिलाड़ी श्रीजेश नई भूमिका में नजर आने वाले हैं।
दरअसल, हॉकी इंडिया ने शुक्रवार को दिग्गज खिलाड़ी पीआर श्रीजेश को जूनियर पुरुष हॉकी टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया। वह अब युवा टीम को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करेंगे।
हॉकी इंडिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर श्रीजेश की फोटो पोस्ट करते हुए लिखा कि पीआर श्रीजेश जूनियर पुरुष हॉकी टीम के नए मुख्य कोच के तौर पर यह जिम्मेदारी संभालेंगे। आप भविष्य में भी इसी तरह सभी युवाओं को प्रेरित करते रहेंगे। हम आपके कोचिंग कार्यकाल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
आपको बता दें कि साल 2006 में पीआर श्रीजेश ने भारत की सीनियर हॉकी टीम के लिए अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके अलावा श्रीजेश भारतीय हॉकी टीम के लिए कप्तानी की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। उन्होंने अपने 18 साल के करियर के दौरान चार ओलंपिक खेले हैं, जिसमें 2020 टोक्यो ओलंपिक और पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीते हैं।
चीन में 2022 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता। इंग्लैंड में 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक और 2023 एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में स्वर्ण पदक जीता। भारतीय हॉकी में उनके योगदान के लिए उन्हें भारत सरकार द्वारा वर्ष 2021 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।