बांग्लादेश संकट: पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने पड़ोसी देश बांग्लादेश में बिगड़ते हालात पर चिंता जताई है। बांग्लादेश के मुद्दे पर निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा कि बांग्लादेश में तख्तापलट भारत के लिए नुकसानदेह है। देश की सरकार को हिम्मत के साथ हस्तक्षेप करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को सिर्फ राजनीति नहीं करनी चाहिए, बल्कि बड़े दिल के साथ दक्षिण एशिया के प्रहरी की तरह कूटनीतिक और सामरिक क्षमता दिखानी चाहिए। जैसा इंदिरा गांधी जी ने 1971 में पूरी दुनिया को दिखाया था।
हमें सावधान रहने की जरूरत है
पप्पू यादव ने कहा कि वहां के हालात ठीक नहीं हैं। इस हालात के बीच इंदिरा गांधी याद आती हैं। जब हम संप्रभु संस्कृति, लोगों की सुरक्षा, व्यापार, अर्थव्यवस्था, देश की सुरक्षा की बात करते हैं, तो हमारी नीति महत्वपूर्ण हो जाती है। जब हमारा पड़ोसी देश दुश्मन बन जाता है, तो इस नीति में दिक्कत आती है। इस समय हमें सुधारात्मक कदम उठाने की जरूरत है। चीन सफल हो गया है, क्योंकि वह बांग्लादेश पर नजर रख रहा था। हमें सावधान रहने की जरूरत है। इससे पहले सांसद पप्पू यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
दिल्ली में सर्वदलीय बैठक
बांग्लादेश संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक की है। भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट बांग्लादेश में बिगड़ते हालात के बाद बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। बांग्लादेश सीमावर्ती इलाकों की ओर जाने वाली यात्री और मालवाहक रेल सेवाएं दोनों को निलंबित कर दिया गया है। मंगलवार को दिल्ली में संसद भवन में सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने सरकार के साथ इस संकट से निपटने पर सहमति जताई है। विदेश मंत्री जयशंकर ने सांसदों को पूरी स्थिति से अवगत कराया है।
तख्तापलट के बाद बनी नई सरकार
पिछले दो दिनों में बांग्लादेश के अंदर बड़े पैमाने पर विद्रोह हुआ है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और फिर देश छोड़कर भारत में शरण ले ली। उन्हें गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस के सेफ हाउस में रखा गया है। बांग्लादेश की कमान वहां की सेना के हाथ में आ गई है। इसे तख्तापलट के तौर पर देखा जा रहा है। हालाँकि, बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने जनवरी 2024 में चुनाव के बाद गठित संसद को भंग करने की घोषणा की।