मन की बात: पेरिस ओलंपिक की चर्चा पूरी दुनिया में, विश्व पटल पर तिरंगा लहराने का मौका: पीएम मोदी

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मन की बात 112वां एपिसोड: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 112वें एपिसोड में देशवासियों से बात की। इस दौरान पीएम मोदी ने पेरिस ओलंपिक के अलावा मैथ ओलंपियाड पर भी चर्चा की। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कार्यक्रम में ‘हर घर तिरंगा अभियान’ का जिक्र करते हुए लोगों से सुझाव मांगे और साथ ही वादा किया कि वे 15 अगस्त को अपने भाषण में लोगों के सुझावों को शामिल करेंगे।

आपको बता दें कि ‘मन की बात’ पीएम मोदी का मासिक रेडियो कार्यक्रम है, जो हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है और इस दौरान प्रधानमंत्री देश की जनता से महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करते हैं। इससे पहले 30 जून को ‘मन की बात’ कार्यक्रम का 111वां एपिसोड प्रसारित किया गया था।

पेरिस ओलंपिक में तिरंगा लहराने का मौका- पीएम मोदी

मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘इस समय पेरिस ओलंपिक की चर्चा पूरी दुनिया में है। ओलंपिक हमारे खिलाड़ियों को विश्व मंच पर तिरंगा लहराने का मौका देता है, देश के लिए कुछ करने का मौका देता है। आप भी अपने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाएं, जयकार करें भारत!!’

पीएम मोदी ने मैथ ओलंपियाड के विजेताओं से की बात

मन की बात कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने मैथ ओलंपियाड के विजेताओं से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘कुछ दिन पहले ही गणित की दुनिया में एक ओलंपिक भी हुआ है। इंटरनेशनल मैथमेटिक्स ओलंपियाड। इस ओलंपियाड में भारत के छात्रों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। इसमें हमारी टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए चार गोल्ड मेडल और एक सिल्वर मेडल जीता है।

अंतरराष्ट्रीय गणित ओलंपियाड में 100 से अधिक देशों के युवा भाग लेते हैं और कुल मिलाकर हमारी टीम शीर्ष 5 में आने में सफल रही है। देश का नाम रोशन करने वाले इन छात्रों के नाम हैं – पुणे के आदित्य वेंकट गणेश, पुणे के सिद्धार्थ चोपड़ा, दिल्ली के अर्जुन गुप्ता, ग्रेटर नोएडा के कनव तलवार, मुंबई के रुशिल माथुर और गुवाहाटी के आनंदो भादुड़ी।’

पीएम मोदी ने अहोम साम्राज्य पर चर्चा की

पीएम मोदी ने कहा, ‘अहोम साम्राज्य 13वीं शताब्दी में शुरू हुआ और 19वीं शताब्दी की शुरुआत तक चला। किसी साम्राज्य का इतने लंबे समय तक अस्तित्व में रहना बहुत बड़ी बात है। शायद अहोम साम्राज्य के सिद्धांत और मान्यताएं इतनी मजबूत थीं कि उन्होंने इस राजवंश को इतने लंबे समय तक जीवित रखा। मैदाम एक टीले जैसी संरचना होती है, जो ऊपर से मिट्टी से ढकी होती है और नीचे एक या एक से अधिक कमरे होते हैं। यह मैदाम अहोम साम्राज्य के दिवंगत राजाओं और गणमान्य लोगों के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है। अपने पूर्वजों के प्रति सम्मान दिखाने का यह तरीका बहुत अनूठा है। इस स्थान पर सामुदायिक पूजा भी की गई।’

उन्होंने आगे कहा, ‘असम के चराईदेउ मैदाम को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया जा रहा है। इस सूची में यह भारत का 43वां स्थल होगा, लेकिन पूर्वोत्तर का पहला स्थल होगा। चराईदेउ अहोम राजवंश की पहली राजधानी थी। अहोम राजवंश के लोग पारंपरिक रूप से अपने पूर्वजों के शव और अपनी कीमती वस्तुओं को मैदाम में रखते थे।

इस वर्ष 9 मार्च को मुझे अदम्य साहस और वीरता के प्रतीक महान अहोम योद्धा लसित बोरफुकन की सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण करने का सौभाग्य मिला। इस कार्यक्रम के दौरान अहोम समुदाय की आध्यात्मिक परंपरा का पालन करते हुए मुझे एक अलग अनुभव हुआ। लसित मैदाम में अहोम समुदाय के पूर्वजों को नमन करने का सौभाग्य मिलना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है।’

प्रोजेक्ट पारी की तारीफ की

पीएम मोदी ने कहा, ‘प्रोजेक्ट पारी उभरते कलाकारों को एक मंच पर लाकर लोक कला को लोकप्रिय बनाने का एक बड़ा माध्यम बन रहा है। आपने सड़क किनारे, दीवारों पर, अंडरपास में बहुत खूबसूरत पेंटिंग्स देखी होंगी।

ये पेंटिंग्स और कलाकृतियाँ उन्हीं कलाकारों द्वारा बनाई गई हैं जो PARI से जुड़े हैं। इससे जहाँ हमारे सार्वजनिक स्थलों की खूबसूरती बढ़ती है, वहीं हमारी संस्कृति को और लोकप्रिय बनाने में भी मदद मिलती है।’

पीएम मोदी ने हथकरघा उद्योग पर की चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, ‘अब मन की बात में हम ‘रंगों’ की बात करेंगे… ऐसे रंग जिन्होंने हरियाणा के रोहतक जिले की 250 से अधिक महिलाओं के जीवन में खुशहाली के रंग भर दिए हैं। हथकरघा उद्योग से जुड़ी ये महिलाएँ पहले छोटी-छोटी दुकानें चलाकर और छोटा-मोटा काम करके अपना गुजारा करती थीं। वे ‘उन्नति स्वयं सहायता समूह’ से जुड़ीं और ब्लॉक प्रिंटिंग और रंगाई का प्रशिक्षण प्राप्त किया। कपड़ों पर रंगों का जादू बिखेरने वाली ये महिलाएँ आज लाखों रुपए कमा रही हैं।’

उन्होंने आगे कहा, ‘7 अगस्त को हम ‘राष्ट्रीय हथकरघा दिवस’ मनाएंगे। आजकल हथकरघा उत्पादों ने जिस तरह लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई है, वह वाकई बहुत सफल है, जबरदस्त है। अब कई निजी कंपनियां भी AI के जरिए हथकरघा उत्पादों और सस्टेनेबल फैशन को बढ़ावा दे रही हैं। अगर आपने अब तक खादी के कपड़े नहीं खरीदे हैं, तो इस साल से खरीददारी शुरू कर दीजिए। अगस्त का महीना आ गया है, आजादी का महीना है, क्रांति का महीना है।

खादी खरीदने का इससे बेहतर मौका और क्या हो सकता है। खादी ग्रामोद्योग का कारोबार पहली बार 1.5 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है और खादी की बिक्री में 400% की बढ़ोतरी हुई है। खादी, हथकरघा की यह बढ़ती बिक्री बड़ी संख्या में रोजगार के नए अवसर भी पैदा कर रही है। इस उद्योग से ज्यादातर महिलाएं जुड़ी हैं, इसलिए उन्हें सबसे ज्यादा फायदा हो रहा है।’

मानस नशे के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा कदम है: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘सरकार ने एक विशेष केंद्र खोला है, जिसका नाम है – ‘मानस’। नशे के खिलाफ लड़ाई में यह एक बड़ा कदम है। कुछ दिन पहले ही ‘मानस’ हेल्पलाइन और पोर्टल की शुरुआत की गई है। सरकार ने एक टोल फ्री नंबर ‘1933’ जारी किया है। इस नंबर पर कोई भी व्यक्ति कॉल करके पुनर्वास से जुड़ी जरूरी सलाह या जानकारी ले सकता है।

अगर किसी के पास नशे से जुड़ी कोई और जानकारी है तो वह इस नंबर पर कॉल करके ‘नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो’ से भी साझा कर सकता है। ‘मानस’ के साथ साझा की गई सभी जानकारियां गोपनीय रखी जाती हैं। मैं सभी लोगों, सभी परिवारों, भारत को ‘नशा मुक्त’ बनाने में लगे सभी संगठनों से अनुरोध करता हूं कि वे मानस हेल्पलाइन का पूरा लाभ उठाएं।’

बाघों के संरक्षण के लिए अभूतपूर्व प्रयास किए जा रहे हैं: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत में बाघ हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग रहे हैं। हम सभी बाघों से जुड़ी कहानियां सुनते हुए बड़े हुए हैं। जंगल के आसपास के गांवों में सभी जानते हैं कि बाघ के साथ कैसे तालमेल बिठाकर रहना है। हमारे देश में कई ऐसे गांव हैं जहां कभी भी इंसान और बाघ के बीच संघर्ष नहीं होता है, लेकिन जहां ऐसी स्थिति बनती है, वहां बाघों के संरक्षण के लिए अभूतपूर्व प्रयास किए जा रहे हैं।’

उन्होंने आगे कहा, ‘जन भागीदारी का ऐसा ही एक प्रयास है ‘कुल्हाड़ी बंद पंचायत’। राजस्थान के रणथंभौर से शुरू हुआ ‘कुल्हाड़ी बंद पंचायत’ अभियान बहुत दिलचस्प है। स्थानीय समुदायों ने खुद शपथ ली है कि वे कुल्हाड़ी लेकर जंगल में नहीं जाएंगे और पेड़ नहीं काटेंगे। इस एक फैसले से यहां के जंगल एक बार फिर हरे-भरे हो रहे हैं और बाघों के लिए बेहतर वातावरण तैयार हो रहा है।’

पीएम मोदी ने हर घर तिरंगा अभियान पर चर्चा की

पीएम मोदी ने कहा, ‘पिछली ‘मन की बात’ कार्यक्रम में मैंने आपसे ‘एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम पर चर्चा की थी। मुझे खुशी है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में बड़ी संख्या में लोग इस अभियान से जुड़ रहे हैं। अभी कुछ दिन पहले ही स्वच्छता के लिए मशहूर इंदौर में एक बेहतरीन कार्यक्रम हुआ। यहां ‘एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम के दौरान एक ही दिन में 2 लाख से ज्यादा पौधे लगाए गए।’

उन्होंने आगे कहा, ‘पिछले कुछ सालों से पूरे देश में ‘हर घर तिरंगा अभियान’ को लेकर हर किसी का उत्साह चरम पर है। गरीब हो, अमीर हो, छोटा घर हो, बड़ा घर हो, हर कोई तिरंगा लहराकर गर्व महसूस करता है। तिरंगे के साथ सेल्फी लेकर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करने का भी क्रेज है।’

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