सोनाक्षी सिन्हा का कहना है कि उन्होंने अचानक शादी की योजना बनाई थी और सीधे अपने पिता से पूछा था कि क्या वह इन तारीखों पर व्यस्त हैं। उनकी मां इस बात से बहुत खुश थीं कि उन्हें शादी के झंझटों में नहीं पड़ना पड़ा।
नई दिल्ली। सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल की शादी के समय शत्रुघ्न सिन्हा के नाराज होने की खबरें आई थीं। हालांकि अब सोनाक्षी ने बताया है कि उनके पिता ने हमेशा उनका साथ दिया है। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा था कि उन्हें सोनाक्षी की शादी के बारे में पता नहीं था। इसके बाद तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे। हालांकि वह शादी में शामिल हुए और इसके बाद पोस्ट किया कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है। जहीर-सोनाक्षी एक दूसरे के लिए बने हैं। अब सोनाक्षी ने बताया है कि उन्होंने शादी से 25 दिन पहले अपने पिता शत्रुघ्न सिन्हा को फोन किया था।
शादी का विचार अचानक आया
सोनाक्षी ने अपनी शादी के बारे में ईटाइम्स से बात की। उनसे पूछा गया कि क्या उनका परिवार नहीं चाहता था कि उनकी शादी भव्य और शानदार हो? इस पर सोनाक्षी ने कहा, हां वे चाहते थे लेकिन हमने उनसे कहा कि हमें ऐसे ही शादी करनी है और उन्होंने हमारा पूरा साथ दिया। सच कहूं तो मेरी मां इस बात से बहुत प्रभावित हुईं कि हमने पूरी शादी खुद ही प्लान की। उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ी। हमने 25 दिनों में सब कुछ प्लान कर लिया।
मैं शूटिंग कर रही थी और एक दिन जब हम सेट पर थे, तो हमने इस बारे में सोचा और तुरंत पापा को फोन करके पूछा कि क्या वे उन तारीखों पर फ्री हैं? इससे पहले वे लोकसभा चुनाव प्रचार में व्यस्त थे। उन्होंने हां कहा। फिर 15 दिन बाद हमने लिस्ट बनाने और लोगों को व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित करने के बारे में सोचा। तो यह सब ऐसे ही हुआ।
पापा साथ खड़े रहे
सोनाक्षी से पूछा गया कि चर्चा थी कि उनके पिता शत्रुघ्न सिन्हा इस शादी से नाखुश हैं लेकिन सोनाक्षी ने शादी के बाद जो तस्वीरें पोस्ट कीं, उनमें उनके माता-पिता साथ में थे और भावुक थे। सोनाक्षी ने बताया, मां और पापा दोनों ही बहुत भावुक थे। पापा इस मामले में सिर्फ मजबूत दिखते हैं लेकिन अंदर से वे बहुत नरम हैं। वे मेरे ठीक बगल में खड़े थे और मुझे पता था कि वे बहुत भावुक हो रहे हैं। इसलिए मैंने उन्हें पकड़ लिया और कहा कि चिंता न करें, मैं कहीं नहीं जा रही हूं।
माँ रो पड़ी
सोनाक्षी आगे कहती हैं, जब मेरी माँ को एहसास हुआ कि मैं वाकई घर छोड़कर जा रही हूँ, तो वह रो पड़ीं। अब मैं अक्सर उनसे मिलने जाती हूँ। सच कहूँ तो अब मैं अपनी माँ से ज़्यादा बात करने लगी हूँ, मैं उनसे दिन में कम से कम दो बार बात करती हूँ।