नई दिल्ली। नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई की टीम बुधवार शाम छात्रा सुरभि कुमारी से पूछताछ करने रिम्स हॉस्टल नंबर 3 पहुंची। देर शाम तक पूछताछ के बाद उसे पुलिस सुरक्षा में हॉस्टल में रखा गया। गुरुवार की सुबह उसे पूछताछ के लिए फिर से रांची स्थित सीबीआई कार्यालय बुलाया गया। लंबी पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बुधवार और गुरुवार को छात्रा से पूछताछ के दौरान परिजनों की अनुपस्थिति में डीन स्टूडेंट वेलफेयर और हॉस्टल वार्डन को छात्रा के बारे में जानकारी के लिए बुलाया गया।
पेपर लीक मामले में झारखंड के किसी भी मेडिकल कॉलेज से यह पहली गिरफ्तारी
रिम्स प्रबंधन के जरिए उसके अभिभावकों को हिरासत में लिए जाने की जानकारी दी गई, गुरुवार को उसके अभिभावक सीधे सीबीआई कार्यालय पहुंचे। आपको बता दें कि नीट यूजी-2024 पेपर लीक मामले में झारखंड के किसी भी मेडिकल कॉलेज से यह पहली गिरफ्तारी है। सीबीआई इस पूरे मामले के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। इसके लिए कुछ मेडिकल छात्रों और डॉक्टरों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। पटना एम्स से पहले जोधपुर एम्स के तृतीय वर्ष के छात्र हुकमा राम का नाम भी इस मामले में सामने आया है। हालांकि, वह फिलहाल फरार है।
पटना एम्स के चार छात्रों के कमरे सील, सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जब्त
नीट यूजी पेपर लीक मामले में पहले गिरफ्तार मुख्य आरोपी रॉकी से पूछताछ के आधार पर सीबीआई ने पटना एम्स के चार मेडिकल छात्रों को गिरफ्तार किया है। इनमें चंदन सिंह, कुमार शानू, राहुल आनंद और करण जैन शामिल हैं। सीबीआई ने इन चारों छात्रों के कमरे सील कर दिए हैं, जबकि मोबाइल समेत सभी इलेक्ट्रिक गैजेट अपने कब्जे में ले लिए हैं। सीबीआई इन छात्रों की कॉल डिटेल भी निकाल रही है, ताकि पता चल सके कि इन छात्रों ने पिछले ढाई महीने में किन-किन लोगों से बात की है।
ईमेल अकाउंट और सोशल मीडिया अकाउंट भी खंगाले जा रहे हैं
इन चारों छात्रों के ईमेल अकाउंट और सोशल मीडिया अकाउंट भी खंगाले जा रहे हैं। गुरुवार को सीबीआई ने चंदन सिंह, कुमार शानू, राहुल आनंद, करण जैन और सुरेंद्र को चार दिन की रिमांड पर लिया है। उल्लेखनीय है कि सुरेंद्र ने ही रॉकी और अन्य आरोपियों की मुलाकात एम्स के इन चारों एमबीबीएस छात्रों से कराई थी। सुरेंद्र को भी पटना एम्स परिसर से गिरफ्तार किया गया है।