एक टॉक्सिक रिश्ते से बाहर निकलना बहुत चुनौती पूर्ण हो सकता है, लेकिन यह आपकी भलाई के लिए आवश्यक है। टॉक्सिक रिश्ते में रहना हर रोज मरने की तरह होता है। जहां पर आपका एक-एक दिन काटना मुश्किल हो जाता है। टॉक्सिक रिश्ते के भी बहुत से लेवल होते हैं, जैसे कि अगर आपका पार्टनर आपको अपशब्द बोल रहा है। मार रहा है, या पीट रहा है, तो ऐसे रिश्ते को आप तुरंत समाप्त कर दे, यह रिश्ता किसी भी तरह से सुधारने के योग्य नहीं है।
आवश्यकता पड़ने पर अपने परिवार वालों दोस्तों की या कानून की सहायता लेने पर अगर आप अपने पार्टनर से बहुत ज्यादा प्रेम करते हैं। और उसे एक आखरी मौका देना चाहती हैं। उसको सबके सामने एक आखरी मौका दें सबके सामने उससे बोलें की आप यह उसे आखिरी मौका दे रहे हैं।इसके बाद किसी भी गलती पर माफी की कोई गुंजाइश नहीं है। पर अभी अगर आपका रिश्ता इस लेवल पर नहीं पहुंचा है तो आप यह कदम उठा सकते हैं।
संकेत को पहचाने
सबसे पहले आप समझने की कोशिश करें, कौन सी बात आपके रिश्ते को टॉक्सिक बना रही है। टॉक्सिक रिलेशन कई तरह के हो सकते हैं। जैसे लगातार आलोचना या अनादर आपके पार्टनर का आपको बिल्कुल सपोर्ट नहीं करना आपका भावनात्मक क्षण हर पल आपको बात कर रखने की कोशिश करना बात-बात पर आपको नीचे दिखाना आपको इतना इग्नोर करना जैसे आप उनके घर में पड़े बस एक फर्नीचर है।
आप पर पढ़ने वाले प्रभाव का आकलन करें
इस बात पर विचार करें कि आपका रिश्ता आपको किस प्रकार ज्यादा प्रभावित कर रहा है। मानसिक भावनात्मक आपके स्वास्थ्य को आपकी आर्थिक स्थिति पर क्या आप इस रिश्ते के बारे में पूरा-पूरा दिन सोचते हैं। जिसके कारण आप अधिकतर समय थका हुआ और चिंतित या दुखी महसूस करते हैं। बात-बात पर डर जाते हैं, कुछ भी अपने पसंद का करने से पहले 200 बार सोचना पड़ता है।
सीमाएं निर्धारित करें
आप अपनी सुरक्षा के लिए सीमाएं निर्धारित करें, पार्टनर के साथ अपने संपर्क को धीरे-धीरे सीमित या कम करें, जो बात आपके रिश्ते को टॉक्सिक बना रही हो, उसको करने से इंकार करें, अगर आपका पार्टनर फिर भी जबरदस्ती करें तो आप इस रिश्ते को समाप्त कर सकते हैं।
दृढ़तापुर संवाद करें
यदि आपको संबंध बचाना है, या आपको लगता है, कि आपके संबंध में थोड़ी सी उम्मीद बची है। आप अपने पार्टनर से इसके बारे में खुलकर बात करें, उन्हें बताएं या समझने की कोशिश करें, कि उनकी कौन सी बात आपको ज्यादा तकलीफ पहुंचा रही है। आप अपने पार्टनर को बिना दोषी ठहराए उन्हें, अपनी तकलीफों के बारे में बताएं उनके सामने अपनी बातों को राखी की आपको क्या चाहिए। आपको क्या अच्छा लगता है, आप क्या चाहते हो।
दोस्तों से सहायता लें
अपने दोस्त किसी परिवार के सदस्य या किसी डॉक्टर की सहायता लें, जिससे आप खुलकर अपनी सारी बातें कर सकते हैं। जो आपकी बातों को समझे उसे पर अपनी उचित राय दे सकें।
खुद पर ध्यान दें
कुछ दिनों तक स्वयं पर ध्यान दें, जैसे व्यायाम जाए योगा करें, मेडिटेशन कर सकते हैं, आप अध्यात्म से जुड़ी चीजों को या अपने मनपसंद के लोगों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश करें।
विकल्पों पर ध्यान दें
अपनी मानसिक और भावनात्मक स्थिति के अनुसार विचार करें, आप धीरे-धीरे रिश्ते में दूरी बना सकते हैं। अपने रिश्ते में सख्त सीमाएं बनाएं और अगर आवश्यक हो तो आप रिश्ते को समाप्त भी कर सकते हैं।
याद रखें
अपनी मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें, कभी-कभी आपके अच्छे भविष्य के लिए टॉक्सिक रिश्ते से बाहर निकलना आवश्यक होता है। इस बात पर विचार करें कि इस रिश्ते में आपने क्या सीखा है। इससे आपको भविष्य में इस तरह की स्थिति से बचने में सहायता मिलेगी।
लेखिका: सुमन मिश्रा