कानपुर का जगन्नाथ मंदिर, जिसे मानसून मंदिर भी कहा जाता है, अपनी अनोखी भविष्यवाणियों के लिए जाना जाता है। कहा जाता है कि यह मंदिर मानसून के आगमन और बारिश की तीव्रता का सटीक अनुमान लगा सकता है।
मंदिर के गर्भगृह में भगवान जगन्नाथ की मूर्ति के ऊपर एक पत्थर लगा हुआ है। इस पत्थर पर बूंदें उभरने लगती हैं, जो मानसून के आगमन का संकेत देती हैं।
बूंदों के आकार और संख्या के आधार पर, मंदिर के पुजारी मानसून के बारे में भविष्यवाणी करते हैं।
- बड़ी बूंदें और अधिक संख्या में बूंदें अच्छी बारिश का संकेत देती हैं।
- छोटी बूंदें और कम संख्या में बूंदें कम बारिश का संकेत देती हैं।
यह भी कहा जाता है कि पत्थर का कौन सा हिस्सा गीला होता है, यह भी बारिश के पैटर्न के बारे में जानकारी देता है।
हालांकि, मौसम विभाग के वैज्ञानिक इस भविष्यवाणी के पीछे के विज्ञान को समझने में असमर्थ हैं।
लेकिन, कई लोग हैं जो इस मंदिर की भविष्यवाणियों पर भरोसा करते हैं।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह मंदिर केवल एक अनुमान लगाता है और सटीक भविष्यवाणी नहीं है।
मानसून के बारे में सटीक जानकारी के लिए मौसम विभाग की आधिकारिक भविष्यवाणियों पर भरोसा करना ही सबसे अच्छा है।