टेक न्यूज़ डेस्क: भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी मंत्रालय की भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने Microsoft उपयोगकर्ताओं के लिए चेतावनी जारी की है। Microsoft Edge के क्रोमियम-आधारित संस्करण में किसी प्रकार का बग पाया गया है। इससे स्कैमर्स के लिए टारगेट सिस्टम को हैक करना आसान हो जाएगा। CERT-In ने सलाह दी है कि Microsoft Edge में कई खामियाँ बताई गई हैं।
CERT-In ने Microsoft Edge में ये बग देखे हैं
यह V8 में मेमोरी में हेराफेरी करके इसे क्रैश कर सकता है।
वेब असेंबली में खामियों का इस्तेमाल अवैध उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
डोंग में मेमोरी को सीमा से बाहर एक्सेस करके कोड को पूरा किया जा सकता है।
ये सुरक्षा मुद्दे साइबर स्कैमर्स को इन खामियों का फायदा उठाने का मौका देते हैं। ताकि वे आपको एक विशेष रूप से बनाए गए वेब पेज पर जाने के लिए निर्देशित करें। जब आप पेज पर जाते हैं, तो हमलावर सिस्टम को नियंत्रित कर लेता है। इससे डेटा चोरी या अन्य अवैध गतिविधियाँ हो सकती हैं।
ऐसे होगा असर
Microsoft Edge सॉफ्टवेयर में बग की वजह से यूजर्स को प्रभावित कर सकता है। इसमें साइबर स्कैमर्स मनमाना कोड बनाते हैं, जिसके जरिए वे पर्सनल डेटा चुरा सकते हैं। इसके अलावा वे आपके सिस्टम को ऑनलाइन अपने कब्जे में ले सकते हैं। इससे प्राइवेसी, डेटा चोरी, वित्तीय धोखाधड़ी और कई तरह की धोखाधड़ी हो सकती है।
ऐसे रहें सावधान
इन खतरों से बचने के लिए CERT-In ने Microsoft Edge को नियमित रूप से अपडेट करने की सलाह दी है। इसके लिए आप ये आसान स्टेप्स फॉलो कर सकते हैं।
सबसे पहले विंडो के टॉप राइट कॉर्नर में मेन्यू आइकन पर क्लिक करें।
इसके बाद ड्रॉप-डाउन मेन्यू से सेटिंग्स चुनें।
इसके बाद स्क्रॉल डाउन करके About Edge पर जाएं। ब्राउजर अपडेट चेक करने के लिए इस ऑप्शन पर क्लिक करें।
अगर कोई अपडेट है, तो उसे ऑटो डाउनलोड करके इंस्टॉल कर लें।
अपडेट करने के बाद आप बदलावों को प्रभावी बनाने के लिए अपने ब्राउजर को रीस्टार्ट कर सकते हैं।