लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हसनपुर स्थित कान्हा गौशाला में गायों की मौत पर हंगामा मचा हुआ है। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने 20 गायों की मौत का आरोप लगाया है, जबकि एक सरकारी अधिकारी तीन गायों की मौत की पुष्टि कर रहे हैं।
भूख-प्यास से 20 गायों की मौत हो गई
अमरोहा के हसनपुर तहसील के सोहरका कान्हा गौशाला का मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। जिले के अधिकारियों ने सरकार की फजीहत कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। यहां एक गौशाला में भूख-प्यास से करीब 20 गायों की मौत हो गई। इतना ही नहीं, सरकारी अधिकारी इन गायों के साथ जिंदा गायों को भी दफना रहे थे, जिन्हें हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने बचाया।
इससे पहले भी जिले में 100 से अधिक गायों की मौत हो चुकी है
जिले में इस तरह का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी जिले में 100 से ज्यादा गायों की मौत हो चुकी है। इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में रात के अंधेरे में जिंदा गायों को दफनाया जा रहा था।
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने गायों को बचाया
जब इसकी जानकारी बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को हुई तो वे हसनपुर तालुका इलाके में कान्हा गौशाला पहुंच गए, जब वह मौके पर पहुंचे तो देखा कि जेसीबी से गायों को जिंदा दफनाया जा रहा था।
हसनपुर के एसडीएम भगत सिंह पर गायों को जिंदा दफनाने का भी आरोप है, जिसमें कथित तौर पर 20 से अधिक गायों की मौत हो गई थी।
एसडीएम भगत सिंह और गौशाला प्रभारी पर लगा आरोप
इस गौशाला में भूख-प्यास से 20 गायों की मौत हो चुकी है और जीवित गायों को भी जेसीबी से खोदकर दफना दिया गया है। जब इसकी जानकारी स्थानीय लोगों को हुई तो उन्होंने गायों का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसकी जानकारी बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को हुई तो वे दोपहर करीब 12 बजे गौशाला पहुंचे और एसडीएम भगत सिंह और गौशाला प्रभारी पर आरोप लगाया। साथ ही दो जीवित गायों को भी बचाया।