गूगल अगले माह फरवरी में एंड्रॉइड ऑटो यूजर्स को बड़ा अपडेट देने जा रहा है। कहने का मतलब है कि गूगल ऑटो ऑपरेटिंग सिस्टम में बदलाव किया जाएगा, जिससे नए ऐप को जोड़ा जा सकेगा। इसके बाद एंड्रॉइ़ड ऑटो यूजर अपने कार में म्यूजिक सुनने के साथ ही वीडियो देख पाएंगे। इसके अलावा कार में गेमिंग का लुत्फ उठा पाएंगे। साथ ही वेब ब्राउजिंग कर पाएंगे।
सेफ्टी के मुद्दे पर उठे सवाल
हालांकि एंड्रॉइड ऑटो में नए फीचर जोड़े जाने से सेफ्टी को लेकर सवाल उठ सकते हैं। क्योंकि कार में वीडियो फीचर दिए जाने से ध्यान भटकने की समस्या पैदा हो सकती है। हालांकि गूगल की सेफ्टी के मद्देनजर चलती कार में वीडियो की सुविधा बंद कर सकता है।
पूरे करने होंगे गूगल के सेफ्टी नियम
गूगल का कार-रेडी मोबाइल ऐप प्रोग्राम ऐसी कार में ज्यादा ऐप्स ऐड करेगा, जिसमें गूगल बिल्ट-इन है। इस प्रोग्राम का ऐलान पिछले साल I/O में किया गया था। इसका मकसद प्ले स्टोर पर कारों के लिए मौजूद ऐप की कमी को दूर करना है। यह पहला मौका होगा, जब एंड्रॉइड ऑटो में वीडियो, गेमिंग और ब्राउजर ऐप्स को जोड़ा जाएगा। हालांकि इन सभी को गूगल के सेफ्टी और क्वॉलिटी के दिशानिर्देशों को पूरा करना होगा, लेकिन जिन कार में ARM चिप्स लगे हैं, उसमें नए फीचर को नहीं जोड़ा जा सकेगा।
अभी तक नहीं जारी हुई ऐप्स की पूरी लिस्ट
हालांकि गूगल एंड्रॉइ़ड ऑटो के उपलब्ध ऐप्स की पूरी लिस्ट अभी तक जारी नहीं की गई है। गूगल के डेवलपर पेज पर बताया गया है कि केवल वो कारें जो गूगल बिल्ट-इन के साथ सर्टिफाइड हैं, वो इन ऐप्स का सपोर्ट करेंगी। रिपोर्ट की मानें, तो Android Automotive की शुरुआत धीमी रही है, और अब तक कुछ ही व्हीकल इस OS का उपयोग कर रहे हैं। I/O 2024 में उत्साह तब बढ़ा जब गूगल ने ऐलान किया कि वो आखिरकार इस प्लेटफॉर्म में बड़े अपडेट ला रहा है। साथ ही कार-रेडी प्रोग्राम उनमें से एक था। हालांकि, गूगल ने पिछले साल I/O में कहा था कि कार-रेडी Android Automotive ऐप्स आपके फोन या थर्ड-पार्टी Android Auto डिस्प्ले पर भी आएंगे, लेकिन वे अभी नहीं आ रहे हैं।