ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान टिम पेन ने खुलासा किया है कि स्टार बल्लेबाज ट्रेविस हेड और उनके पूर्व कोच जस्टिन लैंगर के बीच रेड बॉल क्रिकेट खेलने के तरीके को लेकर अक्सर मतभेद होते थे। पेन के अनुसार, लैंगर के कोचिंग कार्यकाल के दौरान और बाद में जब हेड को नए कोच मैकडोनाल्ड और कप्तान पैट कमिंस के मार्गदर्शन में अपनी बल्लेबाजी शैली को खेलने की स्वतंत्रता मिली, तब से उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करना शुरू किया।
हेड और लैंगर के बीच विचारों का अंतर
पेन ने एसईएन ब्रेकफास्ट से बातचीत करते हुए कहा, “मुझे नहीं लगता कि हेड इस बारे में कोई आपत्ति करेंगे, लेकिन हेड और लैंगर के विचारों में काफी अंतर था। लैंगर एक महान खिलाड़ी थे और उस समय ग्रीम हिक उनके बल्लेबाजी कोच थे, जो खुद 101 प्रथम श्रेणी शतक बना चुके थे। हिक भी अपने सुझाव दे रहे थे।”
पेन के अनुसार, लांगकर हेड से उनकी डिफेंसिव तकनीक पर काम करने के लिए जोर दे रहे थे, लेकिन हेड का तरीका अलग था। पेन ने यह भी बताया कि उस समय हेड एक युवा टेस्ट खिलाड़ी थे और टीम में अपनी जगह बनाए रखने के लिए सभी को खुश करने की कोशिश कर रहे थे।
हेड की आक्रामक बल्लेबाजी और सफलता
पेन ने कहा, “आज हेड अपनी शैली पर भरोसा करते हैं और उसी के अनुसार खेलते हैं। कभी-कभी वे असफल हो सकते हैं, लेकिन उनका आक्रामक अंदाज और मैच जीतने की कोशिश उन्हें खास बनाती है।” पेन ने यह भी उल्लेख किया कि हेड अब हर फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, और उनका आत्मविश्वास उन्हें सफलता दिला रहा है।
हेड का शानदार प्रदर्शन
ट्रेविस हेड ने भारत के खिलाफ एडिलेड ओवल में शानदार 140 रन बनाए थे, जिससे ऑस्ट्रेलिया ने 337 का स्कोर खड़ा किया और गुलाबी गेंद के टेस्ट में 10 विकेट से बड़ी जीत दर्ज की। इस पारी के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड भी दिया गया था।
आगे का मुकाबला
फिलहाल, बॉर्डर-गावस्कर सीरीज 1-1 से बराबरी पर है। इस सीरीज का अगला टेस्ट 14 दिसंबर को गाबा में खेला जाएगा, जिसमें हेड का प्रदर्शन एक बार फिर महत्वपूर्ण हो सकता है।