- यूपी के अलावा बिहार, राजस्थान और ओडिशा में भी भीषण गर्मी पड़ रही है
- दिन में तापमान इतना अधिक रहता है कि रात में भी कम नहीं होता
नई दिल्ली। जून के महीने में बारिश के मौसम की जगह देश के अलग-अलग हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ रही है। तापमान बढ़ने से जनजीवन प्रभावित हो गया है। लू लगने, उल्टी और चक्कर आने के मामले बढ़ गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, भारत में हीट स्ट्रोक के 40 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। लू के कारण दिल्ली एनसीआर में 20 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। देशभर में गर्मी से मरने वालों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मार्च से 18 जून तक मरने वालों की संख्या की पुष्टि की है। हालाँकि, एनडीसी और उसके सहयोगी संगठनों द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, अपंजीकृत मौतों की संख्या अधिक मानी जा रही है, इस वर्ष उत्तर प्रदेश गर्मी से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, जहाँ 36 से अधिक गर्मी से संबंधित मौतें हुई हैं। यूपी के अलावा बिहार, राजस्थान और ओडिशा में भी भीषण गर्मी पड़ रही है।
दिल्ली के कई अस्पतालों में लू के कारण भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ गई है। गर्मी की भयावह स्थिति को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से विशेष निर्देश दिए गए हैं। देश के अधिकांश हिस्सों में न केवल दिन का तापमान अधिक रहता है, बल्कि रात के तापमान में भी ज्यादा गिरावट नहीं होती है। ऐसे में गंभीर और जानलेवा बीमारी का खतरा बढ़ गया है।