किंशासा। कांगो की राजधानी में एक मुख्य बंदीगृह को तोड़कर भागने की कोशिश के दौरान भगदड़ में 129 कैदियों की मौत हो गई। इनमें से ज्यादातर की जान भगदड़ में गई। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
कांगो के गृह मंत्री जैकमिन शबानी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि शुरुआती अनुमान के अनुसार, सोमवार की सुबह किंशासा में क्षमता से अधिक कैदियों वाली मकाला जेल से भागने की कोशिश कर रहे कैदियों को ‘‘चेतावनी’’ देने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा चलाई गई गोली से 24 कैदियों की मौत हुई।
मानवाधिकार संस्था एम्नेस्टी इंटरनेशनल ने देश को लेकर अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा कि मकाला जेल कांगो का मुख्य बंदीगृह है जिसमें 1,500 कैदियों के रहने की क्षमता है लेकिन इसमें 12,000 कैदियों को रखा गया है। इनमें से ज्यादातार सुनवाई पूरी होने का इंतजार कर रहे हैं। बंदीगृह में पहले भी कैदियों के जेल तोड़कर भागने की घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें 2017 की वह घटना भी शामिल है जिसमें एक धार्मिक संप्रदाय ने सैकड़ों कैदियों को मुक्त कराया था।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि रविवार मध्यरात्रि को गोलीबारी शुरू हुई जो सोमवार सुबह तक जारी रही। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने इससे पहले कहा था कि घटना में सिर्फ दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिसे मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने विवादित आंकड़ा बताया था।