आज स्टॉक्स में काफी हलचल देखने को मिल रही है, जिसमें स्टॉक राडार पर अडानी स्टॉक्स भी शामिल है। इंट्रा-डे ट्रेडिंग के दौरान मजबूत हलचल की उम्मीद है, जिसके परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण मुनाफा हो सकता है।
दिलजीत दोसांझ 22 नवंबर को लखनऊ के एकाना स्टेडियम में प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। इस संगीत समारोह से आयोजन स्थल के आसपास की बड़ी आबादी के बीच उन्माद पैदा होने की उम्मीद है। कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए शहर की यातायात स्थिति में बदलाव किया गया है, जिससे स्थानीय लोगों के बीच सवाल और चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ का 22 नवंबर को इकाना स्टेडियम में होने वाला नाच-गाना यहां की आसपास की बड़ी आबादी को चकरघिन्नी बनाएगा। स्टेडियम के रास्ते से गुजरने वालों को भी नहीं छोड़ेगा। दरअसल आयोजन स्थल के आसपास व शहीद पथ पर कार्यक्रम के दिन बड़ा यातायात डायवर्जन किया गया है। इससे शहरी बिना वजह परेशान होते नजर आएंगे।
डायवर्जन की खबर पता चलते ही स्थानीय लोगों, वहां के प्रतिष्ठान संचालकों ने सवाल उठाया है कि किसी गायक या फिल्मी कलाकार की व्यावसायिक गतिविधि के लिए आम नागरिकों को परेशानी में क्यों डाला जा रहा है? दिलजीत दोसांझ के कार्यक्रम के लिए सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं। हालांकि, पुलिस इसके लिए अपनी फीस लेगी।
उस दिन दोपहर एक बजे बजे रात में कार्यक्रम की समाप्ति तक डायवर्जन लागू रहेगा। ट्रैफिक पुलिस ने कार्यक्रम स्थल के आसपास कई तरह की पाबंदियां भी लगाई हैं, जिससे वहां से गुजरने वालों और इलाकाई लोगों को परेशानी होगी। स्थानीय निवासियों का कहना है कि दिलजीत दाेसांझ के कार्यक्रम से आम जनता को न तो कोई सीधा लाभ है। न ही ये राष्ट्रहित या चैरिटी का कार्यक्रम है। दिलजीत दोसांझ की कंपनी को उनके लाइव कंसर्ट से मोटी कमाई होती है। फिर जनता डायवर्जन का दर्द क्यों झेले?
इसलिए होगी दिक्कत
कार्यक्रम के दौरान शहीद पथ पर सिटी बसें चलेंगी, लेकिन हुसड़िया व सुशांत गोल्फ सिटी के बीच नहीं रुकेंगी। इस बीच सवारी बैठाने और उतारने की अनुमति नहीं होगी। पब्लिक ट्रांसपोर्ट के अन्य वाहनों के लिए भी डायवर्जन लागू किया गया है। सुल्तानपुर या इकाना की तरफ जाने वालों को भारी ट्रैफिक का सामना करना पड़ सकता है!
शर्तों को पूरी करने के बाद अनुमति
आयोजक की ओर से एक कंसर्ट की अनुमति मांगी गई थी। सभी शर्ताें को पूरा करने के बाद संबंधित को अनुमति दी गई है। कार्यक्रम में सुरक्षा बल के इस्तेमाल के एवज में भुगतान का एस्टीमेट तैयार कर मुख्यालय भेज दिया गया है। सुरक्षा के लिहाज से ही आवागमन परिवर्तित किया गया है।– केशव कुमार, पुलिस उपायुक्त दक्षिणी
इसमें जनहित का कुछ नहीं
आयोजक ने पुलिस से अनुमति ली होगी, लेकिन इसमें राष्ट्रहित या जनहित कुछ भी नहीं है। इसमें आयोजकों और कलाकार का निजी लाभ है। निजी लाभ के लिए जनता को कष्ट देना कानून सम्मत नहीं है।- प्रवीण सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता
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