प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने एक बार फिर महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस बार सरकार ने बीमा सखी योजना के तहत महिलाओं को 7,000 रुपए प्रति माह देने का फैसला किया है। यह योजना महिलाओं को वित्तीय मदद देने के साथ-साथ उन्हें रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी।
बीमा सखी योजना क्या है?
बीमा सखी योजना एक ऐसी पहल है जिसमें महिलाएं बीमा एजेंट के रूप में काम करेंगी। इस योजना के तहत महिलाओं को घर-घर जाकर बीमा पॉलिसी बेचने का काम सौंपा जाएगा। इसका उद्देश्य महिलाओं को खुद के रोजगार से जोड़ना और उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करना है।
इस योजना के तहत महिला एजेंट को पहले साल में हर महीने 7,000 रुपए की राशि दी जाएगी। दूसरे साल से यह राशि घटकर 6,000 रुपए और तीसरे साल से 5,000 रुपए हो जाएगी। इसके अतिरिक्त, यदि महिला एजेंट अपने टारगेट को पूरा करती है, तो उन्हें एक निर्धारित कमीशन भी दिया जाएगा। महिलाओं को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार 2,100 रुपए की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान करेगी।
कितने एजेंट जोड़े जाएंगे?
बीमा सखी योजना के तहत शुरूआत में कुल 35,000 महिलाओं को बीमा एजेंट के रूप में जोड़ा जाएगा। बाद में इसे बढ़ाकर 50,000 एजेंट करने की योजना है, जिससे ज्यादा महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल सके।
कौन हैं पात्र महिलाएं?
इस योजना के अंतर्गत फिलहाल हरियाणा की महिलाएं और युवतियां शामिल हो सकेंगी। 9 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस योजना की शुरुआत पानीपत से करेंगे। हालांकि, आने वाले समय में यह योजना पूरे देश में लागू की जा सकती है। योजना के लिए महिला की उम्र 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इसके अलावा, महिला का 10वीं कक्षा पास होना और ग्रामीण क्षेत्र से होना आवश्यक है।
निष्कर्ष:
बीमा सखी योजना महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ी पहल साबित हो सकती है। इस योजना से न केवल महिलाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि वे घर-घर जाकर बीमा पॉलिसी बेचकर अपनी आय भी बढ़ा सकेंगी। साथ ही, उन्हें सरकार की ओर से मासिक वित्तीय सहायता भी मिलेगी, जो उनके जीवन को और भी बेहतर बना सकती है।