राजधानी में 1090 चौराहे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार, उत्तर प्रदेश के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय द्वारा ‘महाकुम्भ सेल्फी प्वाइंट’ का आयोजन किया गया है। इस सेल्फी प्वाइंट का मकसद यह है कि यहां आने वाले लोगों को उत्साहित करना और उनके बीच एक जुगलबंधी बनाना।
यह स्थान महाकुम्भ सेल्फी प्वाइंट कहलाने लायक हो गया है क्योंकि यहां आने वाले व्यक्तियों के बीच उत्सुकता और उत्साह का केंद्र बन गया है। यह सेल्फी प्वाइंट न खेलेगा, बल्कि एक कर्मभूमि की भूमिका निभाएगा।
यहां खिंची गई सेल्फी हर संदेश और संकेत को दर्शाती है और एक नयी दृष्टि और दिशा देती है। यहां आने वाले यात्री लगातार तय कर रहे हैं कि यह महाकुम्भ सेल्फी प्वाइंट किसी अलग सीप से एक अविस्मरणीय अनुभव होगा।
इस सेल्फी प्वाइंट को विशेष ढंग से व्यवस्थित किया गया है जिससे यह शिल्पकारिता का एक महान उदाहरण हो। यहां आने वाले यात्री इसे घुमक्कड़ी करते हुए देखकर अच्छे लगने लगते हैं और सेल्फी लेते हैं।
महाकुम्भ सेल्फी प्वाइंट का मकसद यह तय किया गया है कि यह ऐसे स्थान हो जहां लोग न केवल अपनी स्मृतियों को अमर बना सकें बल्कि उन्हें एक अनुभव की भावना भी हो। यहां की सुंदरता और शांति चित्रहीन है।
यहां की मौसमी खिचड़ी विशेष लाई गई है जिससे इन प्लेटफार्म पर आने वाले कुछ भी फोटोग्राफ के आगे कोई जगह मिल सके। यहां का वातावरण स्थायी और कोमल है और लोग इसे महसूस कर पा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के यह ‘महाकुम्भ सेल्फी प्वाइंट’ में आने वाले यात्री बार-बार इस स्थान को याद करेंगे। यह स्थान एक ऐसा प्रकटीकरण है जिसे हर कोने में गहराई से महसूस किया जा सकता है।
महाकुम्भ सेल्फी प्वाइंट एक सांस्कृतिक भव्यता का प्रतीक है और इसे देखकर हर व्यक्ति में गर्व की भावना जाग्रत होती है। यहां के विशेषता और सुंदरता ने यहां पहुंचने वाले लोगों को मोहित कर रखा है।
एक दूसरे के साथ जुड़ने का संदेश देने वाला यह सेल्फी प्वाइंट व्यक्तियों के बीच एक रुचिरा बनता है और उन्हें एक नया दृश्य देता है। महाकुम्भ सेल्फी पवाइंट एक अनूठा अनुभव देने का दावा करता है।
यहां की सुंदरता और भव्यता ने महाकुम्भ सेल्फी प्वाइंट को एक मनोहारी दिशा में पहुंचा दिया है। यहां के यात्री इसे देखने के बाद अचानक से मुस्कुराने लगते हैं और सेल्फी की गर्व के साथ लेते हैं।
राजधानी के यह सेल्फी प्वाइंट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजरिया की परिभाषा करते हैं और उनके शासन की पहचान बनते हैं। यहां के सबसे खास विशेषताओं को जानकर लोग अत्यधिक प्रभावित हो रहे हैं।
महाकुम्भ सेल्फी प्वाइंट एक ऐसी सजावट है जो यहां आने वाले व्यक्ति को पुनर्जीवित करने की भावना देती है। यहां की सूंदरी पूरे स्थान को सुरमई रंग में रंगती है और विश्वास करो कि यहां पर गुजरेगा।
महाकुम्भ सेल्फी प्वाइंट एक पत्थर सा सुन्दर सुर्खियों में है और इस स्थान के प्रति लोग काफी उत्सुक हो रहे हैं। इस सेल्फी प्वाइंट के आसपास लोगों की चहल-पहल बढ़ गई है और यह एक मेलजोल जैसा माहौल पैदा कर रहा है।
महाकुम्भ सेल्फी प्वाइंट को देखकर लोगों के चेहरे पर खुशी छाई हुई है और यह स्थान उनकी आत्मा को रोमांचित कर रहा है। यहां की महफिल और बाजार एक अलग ही संतोषजनक सम्मिलन स्थल बन गए हैं।
महाकुम्भ सेल्फी प्वाइंट एक शांतिपूर्ण स्थल है जहां लोग एक छोटी से दुनिया को समझकर अपनी आत्मा को मिलाते हैं। यहां की वातावरणीय शक्ति ने यहां आने वालों के मन को चूम लिया है और संतुष्टि दी है।
एक हस्तक्षेप से ज्यादा यह सेल्फी प्वाइंट एक साधारण स्थल नहीं है, बल्कि यह एक अद्वितीय अनुभव का प्रतीक है। इसे देखकर हर किसी के मन में यह स्थल विशेष पाया जाता है और उसकी यादें धर्म और समृद्धि का प्रतीक बन जाती हैं।
यह सेल्फी प्वाइंट एक आनंदमय संगठन का प्रतीक है और यहां आने वाले यात्री आत्महत्या और दुख के लिए एक शांति के साथ समर्पित हैं। इस स्थान की भव्यता और महिमा ने लोगों को आत्मविश्वास दिया है।
महाकुम्भ सेल्फी प्वाइंट की विशेषता और भव्यता ने इसे अद्वितीय बना दिया है। इस सेल्फी प्वाइंट में आने वाले लोग नहीं सोच सकते कि कितनी अद्भुत सांस्कृतिक धरोहर वहां उपस्थित है।
इस सेल्फी प्वाइंट की सुंदरता और अद्वितीयता ने लोगों के मन में एक विश्वास जागाया है कि यहां कुछ अलग और अनोखा है। यहां के महिमा और प्राचीनता ने लोगों के मन में सोक भर दिया है और उन्हें शांति की भावना दी है। “सेल्फी प्वाइंट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कट आउट के साथ ही महाकुंभ में विशाल उपस्थिति के बारे में चर्चा की गई है। इसके अलावा, इस पोस्टर में महाकुंभ के दौरान होने वाले विशेष स्नान पर्वों की तारीखों का भी जिक्र किया गया है।” महाकुम्भ सेल्फी प्वाइंट का निर्माण महाकुम्भ 2025 के महत्व को लोगों तक पहुंचाने के लिए किया गया है और इस आयोजन को और भी अधिक प्रसिद्ध बनाने के लिए। इस आयोजन का उद्देश्य है कि श्रद्धालुओं और आगंतुकों को एक नया और अद्वितीय अनुभव प्रदान करें।
प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक सनातन धर्म का सबसे बड़ा पर्व महाकुम्भ आयोजित होने जा रहा है। इस अवसर पर लाखों लोग आकर्षित होंगे और यहां आकर अपने आत्मा को पवित्र करने का अवसर पाएंगे।
हर 12 वर्षों में आयोजित होने वाले महाकुम्भ में दुनियाभर के सनातनधर्मी, साधु-संत और अखाड़े गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम में स्नान कर पुण्य अर्जित करते हैं। इस समारोह के महत्व को समझते हुए, सेल्फी प्वाइंट का निर्माण किया गया है जो इस पवित्र भूमि के महत्व को और भी विश्वस्तरीय बनायेगा।