नई दिल्ली, 30 नवंबर (आईएएनएस)। दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में वायु गुणवत्ता लगातार बिगड़ती जा रही है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ रहा है। प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ चुका है कि यह न सिर्फ हवा को जहरीला बना रहा है, बल्कि जीवन को भी खतरे में डाल रहा है।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 318 दर्ज किया गया है, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। वहीं, नोएडा और गुरुग्राम जैसे शहरों में भी AQI खराब श्रेणी में ही बना हुआ है। शनिवार को यह लगातार छठा दिन है, जब दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर “बहुत खराब” बना हुआ है।
दिल्ली के सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में से एक, आनंद विहार में शनिवार सुबह 8 बजे AQI 505 दर्ज किया गया। यह आंकड़ा दिल्ली की बिगड़ती पर्यावरणीय स्थिति का गंभीर संकेत है।
इस खराब हवा का असर सिर्फ दिल्ली पर ही नहीं, बल्कि इसके पड़ोसी क्षेत्रों पर भी पड़ रहा है। नोएडा में शनिवार को AQI 267, ग्रेटर नोएडा में 286 और गाजियाबाद में 250 दर्ज किया गया। हरियाणा के गुरुग्राम का AQI भी 284 रहा। हालांकि, नोएडा के सेक्टर 125 का AQI 184 था, जो कि मध्यम से खराब श्रेणी में आता है, और दिल्ली-एनसीआर के मुकाबले थोड़ी बेहतर स्थिति है।
दिल्ली में लगातार गिरती वायु गुणवत्ता के कारण प्रदूषण का प्रभाव और अधिक बढ़ गया है। शुक्रवार को दिल्ली का तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से एक डिग्री कम था और इस सर्दी का अब तक का सबसे ठंडा दिन था।
इस गंभीर प्रदूषण से निपटने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि स्कूलों को छोड़कर सभी ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP-4) के उपाय 2 दिसंबर तक प्रभावी रहेंगे।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से बचने के उपाय
- घर के अंदर रहें: बाहर जाने से बचें, खासकर बच्चों और बुजुर्गों को बाहर नहीं भेजें।
- मास्क पहनें: जब भी बाहर जाएं, एन95 मास्क पहनें, जो प्रदूषण से सुरक्षा प्रदान करता है।
- हवा साफ करने वाले यंत्र का इस्तेमाल करें: घर के अंदर हवा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
- सक्रिय रहें: अगर हवा बहुत खराब हो, तो शारीरिक गतिविधियों को कम से कम रखें।
वायु गुणवत्ता में सुधार होने तक सतर्क रहना जरूरी है, ताकि हम सभी अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकें।