इंडियन पासपोर्ट होल्डर्स अलाउ नहीं… नॉर्दर्न साइप्रस बॉर्डर पर प्रवेश करने से रोके गए यात्री ने बताई आपबीती

निकोसिया: भारतीय पासपोर्ट, शेंगेन वीजा और ब्रिटेन की परमानेंट रेजिडेंसी रखने वाले एक यात्री को उत्तरी साइप्रस सीमा पर कथित तौर पर प्रवेश देने से मना कर दिया गया। यात्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट पर आपबीती साझा की है। यात्री ने बताया कि अधिकारियों ने उसे सीमा पार करने की अनुमति नहीं देने के पीछे कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया। यात्री ने बताया कि वह टर्किश रिपब्लिक ऑफ नॉर्दर्न साइप्रस (TRNC) में फेमागुस्टा की यात्रा की योजना बना रहा था। हालांकि, जब वह डेरिनिया सीमा पार करने पहुंचा तो उसे वापस भेज दिया गया। इस स्थिति ने उसे हैरानी में डाल दिया क्योंकि वह दो दिन पहले ही निकोसिया सीमा पार करके सफलतापूर्वक टीआरएनसी में प्रवेश कर चुका था।

 

रेडिट यूजर ने लिखा, ”यात्रा हमेशा आसान नहीं होती, लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि बिना किसी उचित कारण के मुझे प्रवेश से वंचित कर दिया जाएगा।” उसने लिखा, ”कुछ दिन पहले मैं टर्किश रिपब्लिक ऑफ नॉर्दर्न साइप्रस (TRNC) में फेमागुस्टा जाने की योजना बना रहा था। मैंने दक्षिणी साइप्रस से सड़क मार्ग लिया और नियमित जांच की उम्मीद में डेरिनिया सीमा पार पहुंच गया। इसके बजाय सीमा अधिकारी ने मेरे भारतीय पासपोर्ट पर एक नजर डाली और कहा: ‘भारतीय पासपोर्ट धारकों को अनुमति नहीं है’…बस ऐसे ही। कोई कारण नहीं, कोई और सवाल नहीं।”’

 

‘अधिकारी मुझ पर चिल्लाया…’

ब्रुगियामालाई नामक इस रेडिट यूजर ने बताया कि इस बीच उसके साथ आए दो यूरोपीय यात्री बिना किसी परेशानी के आगे बढ़ गए। यूजर ने बताया, ”मैं उलझन में था, क्योंकि सिर्फ दो दिन पहले ही मैंने बिना किसी परेशानी के निकोसिया बॉर्डर क्रॉसिंग के जरिए टीआरएनसी में प्रवेश किया था। जब मैंने इस बारे में बताया तो अधिकारी मुझ पर चिल्लाया: ‘मुझे परवाह नहीं है। यह एक नया नियम है, नियम अब बदल गए हैं।”’

टीआरएनसी के विदेश मंत्रालय की बात ने हैरानी में डाला

यूजर ने बताया, ”कुछ स्पष्टता प्राप्त करने की कोशिश करते हुए मैंने बाद में टीआरएनसी के विदेश मंत्रालय को विशेष रूप से भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए आवश्यकताओं के बारे में ईमेल किया। उनके जवाब ने चीजों को और भी भ्रमित कर दिया।” यूजर ने बताया कि टीआरएनसी के विदेश मंत्रालय ने कहा, ”कृपया ध्यान दें कि सीरियाई, नाइजीरियाई या अर्मेनियाई पासपोर्ट धारकों को छोड़कर टीआरएनसी की यात्रा से पहले वीजा प्राप्त करने की कोई आवश्यकता नहीं है।” जानकर रेडिट यूजर उलझन में पड़ गया कि सीमा पर वास्तव में क्या हुआ।

‘कड़वी याद रह गई’

यूजर ने बताया कि उसके पास नौ साल के लिए वैध पासपोर्ट, वापसी की फ्लाइट टिकट, पर्याप्त राशि और कन्फर्म होटल बुकिंग थी, साथ ही शेंगेन वीजा और यूके की परमानेंट रेजिडेंसी भी थी, लेकिन इनमें से कोई भी बात मायने नहीं रखती क्योंकि अधिकारी ने जांच भी नहीं की।

यूजर ने बताया कि उसे जिज्ञासा हुई और उसने इस सीमा पार के तुर्की पक्ष के लिए गूगल रिव्यू देखे। उसने कहा कि वह अकेला नहीं था। एक स्टार वाले रिव्यू में एक और यात्री था, जिसने लगभग वैसे ही अनुभव का वर्णन किया। यूजर ने आखिर में लिखा, ”ईमानदारी से कहूं तो पूरी बात अनुचित लगी। कारण जो भी हो, इस तरह से अलग-थलग किए की कड़वी याद रह गई।”

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