नई दिल्ली: देश की कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है लेकिन कोल्ड ड्रिंक के बाजार में गर्मी शुरू हो गई है। गर्मियों में कोल्ड ड्रिंक का मार्केट कब्जाने के लिए कंपनियों ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। कोका-कोला, पेप्सिको और कैंपा ब्रांड की मालिक रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी प्रमुख कंपनियां अपने डिस्ट्रिब्यूशन और मैन्यूफैक्चरिंग कैपेसिटी का विस्तार करने में जुटी हैं। आर्थिक नीति थिंक-टैंक ICRIER की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के गैर-अल्कोहल पेय बाजार की बिक्री 2030 तक ₹1.47 लाख करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है जो 2019 में ₹67,100 करोड़ थी। यही वजह है कि कंपनियों में इस बाजार को कब्जाने की होड़ मची है।
जुबिलेंट भरतिया ग्रुप ने कोका-कोला इंडिया की बॉटलिंग कंपनी हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेज (HCCB) में ₹12,500 करोड़ में 40% हिस्सेदारी हासिल करने के बाद बाजार में अपनी रणनीति को बेहतर बना रहा है। इसी तरह रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (RCPL) भी आक्रामक कदम उठा रही है। कंपनी अपने कैंपा ब्रांड का विस्तार विभिन्न चैनलों के माध्यम से उत्तरी और पश्चिमी बाजारों में कर रही है। इसके लिए उसने स्विगी इंस्टामार्ट जैसे क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म से हाथ मिलाया है। कंपनी ने करीब दो साल पहले आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में इस ब्रांड को रिलॉन्च किया था। इंडस्ट्री से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि अन्य शहरों की तरह, उत्तर में भी रिलायंस कैंपा ब्रांड को प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में कम कीमत और ज्यादा ट्रेड मार्जिन पर बेच रही।
पेप्सिको का प्लान
पेप्सिको की बॉटलिंग पार्टनर वरुण बेवरेजेज भी QIP के जरिए 7,500 करोड़ रुपये जुटाकर अपनी पूंजी को मजबूत कर रही है। कंपनी के चेयरमैन रवि जयपुरिया ने कहा कि सॉफ्ट ड्रिंक्स करीब 40 लाख दुकानों में डिस्ट्रिब्यूट किए जाते हैं, जो कुल FMCG मार्केट का करीब 35% है। इससे पता चलता है कि इसमें ग्रोथ की कितनी संभावना है। उन्होंने कहा कि कंपनी ड्रिस्ट्रिब्यूशन का विस्तार कर रही है क्योंकि बाजार काफी बड़ा है और उपभोक्ता पैकेज्ड बेवरेजेज के प्रति संवेदनशील हैं। कंपनी मांग को पूरा करने के लिए अपने नए बाजारों में नए विजी-कूलर लगा रही है।
पैकेज्ड पानी का बिजनस करने वाली कंपनी बिसलेरी इंटरनेशनल भी अपने सॉफ्ट ड्रिंक्स पोर्टफोलियो का विस्तार कर रही है। इसके सीईओ एंजेलो जॉर्ज ने कहा कि कंपनी Limonata, Rev, Pop और Spyci Jeera के साथ कार्बोनेटेड पेय पदार्थों के बाजार में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपने पोर्टफोलियो का विस्तार कर रहे हैं। ग्लोबल रिसर्च फर्म Kantar के मुताबिक कई एमएमसीजी प्रॉडक्ट्स की डिमांड में महंगाई का असर दिख रहा है लेकिन सॉफ्ट ड्रिंक मार्केट पर इसका असर नहीं दिख रहा है।