डीएम ने हटाई महंत राजू दास की सुरक्षा: अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले अयोध्या के हनुमानगढ़ी के संत राजू दास की इस बार वहां के डीएम से झड़प हो गई। योगी सरकार के दो मंत्रियों के खिलाफ राजू दास और अयोध्या डीएम नीतीश कुमार के बीच तीखी बहस हो गई।
हालात ऐसे हो गए कि डीएम ने वहां राजू दास के साथ बैठने से इनकार कर दिया। महंत राजू दास अपनी सुरक्षा हटाए जाने से डीएम पर नाराज थे। उधर, अधिकारियों को लेकर महंत राजू दास के बयान से डीएम नितीश कुमार काफी नाराज दिखे। राजू दास ने भी सुरक्षा हटाए जाने को उनकी हत्या की साजिश करार दिया।
महंत राजू दास ने स्थानीय प्रशासन पर लगाया आरोप
लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हार की समीक्षा करने योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही और जयवीर सिंह अयोध्या गए। बैठक में राजू दास को भी बुलाया गया था। इसी बीच डीएम नितीश कुमार भी वहां पहुंच गये। राजू दास ने स्थानीय प्रशासन पर कई आरोप लगाये। उन्होंने कहा, ‘यह दुखद है कि हमारी सुरक्षा हटा ली गई है और मुझ पर कभी भी हमला हो सकता है, इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।’
डीएम ने भी महंत के बारे में खुलकर अपने विचार व्यक्त किये
इस पर डीएम ने भी जवाब दिया। राजू दास ने अपनी सुरक्षा हटाए जाने की शिकायत मंत्रियों से की तो डीएम ने भी महंत के बारे में खुलकर अपने विचार रखे। जिससे विवाद बढ़ गया। दोनों के बीच मारपीट शुरू हो गई। मामला बढ़ने से पहले ही डीएम कार्यक्रम स्थल से चले गए।
चुनाव पदाधिकारियों की जिम्मेदारी-महंत राजू दास
महंत राजू दास ने कहा, ‘हम हार के कारणों पर बात कर रहे थे। तब मैंने कहा कि मेरे क्षेत्र में चुनाव है, जब आचार संहिता लागू है। उस स्थिति में, कोई बेदखली या विध्वंस नोटिस जारी नहीं किया जाना था। इस कारण अयोध्यावासियों को बुरा लगा। ये सब अधिकारियों की जिम्मेदारी थी। क्या लोकतंत्र में मैं ये भी नहीं कह सकता कि डीएम साहब का काम अच्छा नहीं था।’
अगर मुझ पर हमला हुआ तो जिम्मेदारी स्थानीय सिस्टम की होगी
मालूम हो कि इस मुद्दे पर राजू दास और डीएम के बीच तीखी बहस हुई थी। बाद में योगी सरकार ने राजू दास की सुरक्षा वापस ले ली। उन्होंने कहा है कि, ‘मुझ पर कभी भी हमला हो सकता है। अगर ऐसा हुआ तो इसकी जिम्मेदारी स्थानीय सिस्टम की होगी।’