मुंबई हिट एंड ऑन: मुंबई के चर्चित वर्ली बीएमडब्ल्यू हिट एंड रन मामले में मुख्य संदिग्ध मिहिर शाह की फोरेंसिक रिपोर्ट जारी कर दी गई है। उसके खून और पेशाब के नमूनों की जांच में शराब के कोई निशान नहीं मिले हैं। शाह पर वर्ली में 45 वर्षीय महिला को कुचलने का आरोप है और उसे घटना के तीन दिन बाद गिरफ्तार किया गया था।
गिरफ्तारी के बाद शाह के खून और पेशाब के नमूनों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया
गिरफ्तारी के बाद शाह के खून और पेशाब के नमूनों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था। शुक्रवार को वर्ली पुलिस को मिले नतीजों में पुष्टि हुई है कि वह दुर्घटना के समय नशे में नहीं था। यह नतीजा पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है क्योंकि अब उसे अपना केस बनाने के लिए दूसरे सबूतों पर निर्भर रहना होगा।
अदालत में मजबूत केस पेश करना हुआ मुश्किल
हालांकि फोरेंसिक रिपोर्ट के निष्कर्षों ने पुलिस को चौंका दिया है। अगर शाह के शरीर में शराब पाई जाती तो कानून प्रवर्तन के लिए मामला आसान हो जाता, लेकिन शराब न मिलने की वजह से अदालत में मजबूत केस पेश करना और भी मुश्किल हो जाता है।
तेज रफ्तार बीएमडब्ल्यू ने बाइक को टक्कर मारी
गौरतलब है कि 7 जुलाई को मुंबई के वर्ली इलाके में अटरिया मॉल के पास एक तेज रफ्तार बीएमडब्ल्यू ने बाइक को टक्कर मार दी थी। टक्कर लगने से कावेरी नखवा (45) की मौत हो गई, जबकि उनके पति प्रदीप घायल हो गए। घटना के करीब 58 घंटे बाद विरार फाटा से मिहिर शाह को गिरफ्तार किया गया था।
शरीर में मौजूद शराब खत्म हो गई थी
पुलिस ने पाया था कि इस देरी के कारण हिरासत में लिए जाने से पहले ही उसके शरीर में मौजूद शराब खत्म हो गई थी। इसके बावजूद, जांच अधिकारियों के निर्देशानुसार गिरफ्तारी के बाद शाह ने मेडिकल जांच कराई।
शराब का कोई निशान नहीं मिला
हालांकि, शाह की फोरेंसिक रिपोर्ट में शराब का कोई निशान नहीं मिलने का मतलब है कि अब एजेंसियों को उसके खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए मौजूदा सबूतों पर ही निर्भर रहना होगा। इस तरह मामला पहले से कहीं ज्यादा पेचीदा हो गया है।