दुबई: ईरान में आज राष्ट्रपति चुनाव हो रहे हैं। भारतीय समयानुसार सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हो गया है। ये चुनाव इसलिए हो रहे हैं क्योंकि पिछले महीने विमान दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत हो गई थी। वहीं, मतदान से पहले दो उम्मीदवारों ने अपना नाम वापस ले लिया है। ये उम्मीदवार हैं आमिर हुसैन काजीजादेह हाशमी और तेहरान के मेयर अली रेजा जकानी।
उम्मीदवारों ने अपना नाम वापस ले लिया
चुनावी मैदान में अब सिर्फ 4 उम्मीदवार बचे हैं। जिनके नाम हैं सईद जलीली, मोहम्मद बाकर कलीबाफ, मुस्तफा पूरमोहम्मदी और मसूद पेजेशकियन। मतदाताओं को इस चुनाव में कट्टरपंथी उम्मीदवारों और ईरान के सुधारवादी आंदोलन से जुड़े राजनेताओं के बीच चयन करना है। ईरान में राष्ट्रपति चुनाव ऐसे समय में हो रहा है जब गाजा पट्टी में इजरायल-हमास युद्ध को लेकर मध्य पूर्व में व्यापक तनाव है। आपको बता दें, अप्रैल में ईरान ने गाजा में युद्ध को लेकर इजरायल पर अपना पहला सीधा हमला किया था।
ईरान के सर्वोच्च नेता का पुराना रुख बरकरार
आपको बता दें, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई अभी भी अपने पुराने रुख पर कायम हैं। उनके नेतृत्व में वहां का धर्मतंत्र महिलाओं या सरकार में किसी भी तरह के बदलाव का आग्रह करने वाले किसी भी व्यक्ति को वोट न देने पर अड़ा हुआ है। इसके बावजूद वह ईरानी लोगों से ज्यादा से ज्यादा वोट करने की अपील कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने मसूद पेजेशकियन और उनके समर्थकों को अमेरिका पर भरोसा करने को लेकर चेतावनी भी दी है। वहीं, विश्लेषकों का मानना है कि यह मुकाबला त्रिकोणीय है। इसमें दो कट्टरपंथी नेता पूर्व परमाणु वार्ताकार सईद जलीली और संसद अध्यक्ष मोहम्मद बाघेर कलीबाफ शामिल हैं।
सुधारवादी उम्मीदवार पेजेशकियन ने किए कई वादे
इस चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे सुधारवादी नेता मसूद पेजेशकियन चुनाव प्रचार के लिए कूच कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने वहां के लोगों से कई वादे भी किए। उन्होंने कहा कि मैं कसम खाता हूं कि आपका वादा कभी नहीं तोड़ूंगा। वोटिंग से पहले पेजेशकियन ने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अगर हम चुनाव जीतते हैं तो हम तुरंत सामाजिक गरीबी को खत्म करेंगे और ईरान को आगे ले जाने की दिशा में काम करेंगे।
जलीली भी हैं मजबूत उम्मीदवार
ईरान के राष्ट्रपति चुनाव में सईद जलीली को भी मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है। चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केरमान प्रांत की खदानों में काम करने वाले मजदूरों को हर संभव मदद दी जाएगी। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद ईरान एक नया अध्याय लिखेगा।