वरलक्ष्मी व्रत हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है, विशेषकर दक्षिण भारत में। यह व्रत सुहागिन महिलाएं अपने परिवार की सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए रखती हैं।
वरलक्ष्मी व्रत रखने के लाभ
- धन और समृद्धि: माना जाता है कि वरलक्ष्मी व्रत रखने से घर में धन की वर्षा होती है और समृद्धि बढ़ती है।
- सुख-शांति: यह व्रत परिवार में सुख-शांति और मधुर संबंधों को बढ़ावा देता है।
- संतान प्राप्ति: संतान प्राप्ति के लिए भी यह व्रत किया जाता है।
- रोगमुक्ति: माना जाता है कि यह व्रत सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति दिलाता है।
- मंगलकारी फल: वरलक्ष्मी व्रत रखने से मंगलकारी फल की प्राप्ति होती है।
पूजा का शुभ मुहूर्त
वरलक्ष्मी व्रत का शुभ मुहूर्त हर साल बदलता रहता है। यह आमतौर पर श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है।
शुभ मुहूर्त जानने के लिए आपको पंचांग या किसी पंडित से संपर्क करना चाहिए।
पूजा विधि
वरलक्ष्मी व्रत की पूजा विधि काफी विस्तृत होती है। इसमें मां लक्ष्मी की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराया जाता है और उन्हें नए वस्त्र पहनाए जाते हैं। इसके बाद मां लक्ष्मी को चंदन, कुमकुम, फूल आदि से श्रृंगार किया जाता है। पूजा में विभिन्न प्रकार के भोग लगाए जाते हैं और मां लक्ष्मी की आरती की जाती है।
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