नई दिल्ली। पाकिस्तान द्वारा सीमा हैदर के बच्चों की वापसी की मांग के बाद उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं। नई दिल्ली, 14 जून, 2024 — पाकिस्तान से भागकर अपने चार बच्चों के साथ भारत आई सीमा हैदर को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि पाकिस्तान के बाल अधिकार निकाय ने उनके बच्चों की वापसी की मांग की है। निकाय ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को एक पत्र लिखकर बच्चों की वापसी सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
सीमा मानसिक रूप से परेशान
सीमा के वकील ने जताई चिंता सीमा के वकील ए.पी. सिंह ने चिंता जताई कि उनके बच्चों को विदेश में बेचा जा सकता है। सीमा मानसिक रूप से परेशान हैं और उन्हें डर है कि मानव तस्कर उनके बच्चों को वापस पाकिस्तान ले जा सकते हैं। सिंह ने आगे कहा कि पाकिस्तान के तस्कर भारत में कुछ व्यक्तियों के साथ मिलकर सीमा के बच्चों को छीनने की साजिश रच रहे हैं।
ए.पी. सिंह का दावा – पिता को नहीं है बच्चों में दिलचस्पी
उन्होंने आरोप लगाया कि इस योजना में सहायता के लिए भारत में कुछ लोगों को एक पाकिस्तानी ट्रस्ट द्वारा वित्त पोषित किया जा रहा है। बर्नी ट्रस्ट की कथित संलिप्तता सिंह ने दावा किया कि इस साजिश के पीछे पाकिस्तान का बर्नी ट्रस्ट है। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट के एक प्रमुख सदस्य एहसान बर्नी को अमेरिकी एजेंसी एफआईए के इनपुट पर कराची में गिरफ्तार किया गया था।
पहले पति गुलाम हैदर को बच्चों में कोई दिलचस्पी नहीं
ए.पी.सिंह ने दावा किया कि सीमा के पहले पति गुलाम हैदर को बच्चों में कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन बर्नी ट्रस्ट उन्हें जबरन पाकिस्तान वापस ले जाने पर आमादा है। ए.पी. सिंह ने मामले की एनआईए जांच की मांग की और भारत में संचालित पाकिस्तानी ट्रस्ट पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी मांग की कि पाकिस्तानी ट्रस्ट के साथ भारतीय सहयोगियों के नाम का खुलासा किया जाए।
सीमा के पहले पति ने उसपर लगाए कई आरोप
सीमा हैदर (Seema Haider) 10 मई, 2023 को नेपाल के रास्ते अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई थी और उसे 4 जुलाई, 2023 को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। चल रही कानूनी लड़ाई सीमा के पहले पति गुलाम हैदर ने उनके खिलाफ कई मामले दर्ज करके उनकी स्थिति को और जटिल बना दिया है। गुलाम मांग कर रहे हैं कि सीमा और उनके चार बच्चों को वापस पाकिस्तान भेजा जाए।
उनके भारतीय वकील मोमिन खान ने गाजियाबाद, पानीपत, ग्रेटर नोएडा और यहां तक कि भारत के बाहर भी मामले दर्ज कराए हैं। इसके अलावा गुलाम ने नेपाल उच्चायोग और नेपाल के विभिन्न पुलिस थानों में शिकायत दर्ज कराई है सीमा की स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है क्योंकि वह अपने बच्चों के साथ भारत में रहने के प्रयास में कानूनी और व्यक्तिगत चुनौतियों से जूझ रही है।