रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज अपना 49वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस मौके पर जेएमएम कार्यकर्ता सीएम आवास पर 49 पाउंड का केक काटेंगे। कार्यक्रम का आयोजन दोपहर 1।30 बजे किया जाएगा। लेकिन इससे पहले सीएम हेमंत ने अपने जेल के दिनों को याद करते हुए अपने हाथ पर कैदी का निशान दिखाया है। इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल फेसबुक पर आदिवासी, मूलवासी, पिछड़े और दलितों के पक्ष में आवाज उठाने का संकल्प लिया।
हेमंत सोरेन ने अपने हाथ पर दिखाया कैदी का निशान
हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर अपने हाथ पर बना निशान दिखाते हुए लिखा कि अपने जन्मदिन के मौके पर पिछले एक साल की यादें मेरे जेहन में अंकित हैं। ये कैदी का निशान है जो जेल से छूटने पर मुझ पर लगाया गया था।
उन्होंने आगे लिखा कि ये निशान सिर्फ मेरा नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की मौजूदा चुनौतियों का प्रतीक है। जब एक निर्वाचित मुख्यमंत्री को बिना किसी सबूत, शिकायत और अपराध के 250 दिनों तक जेल में रखा जा सकता है, तो वे आम आदिवासी/दलित/शोषितों के साथ क्या करेंगे। मुझे यह कहने की जरूरत नहीं है।
शोषितों और वंचितों के लिए लड़ने का संकल्प
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी अगली पोस्ट में लिखा कि आज मैंने यह संकल्प लिया है कि मैं हर शोषित, वंचित, दलित, पिछड़े, आदिवासी, मूलनिवासी के लिए लड़ूंगा। मैं हर उस व्यक्ति/समुदाय के लिए आवाज उठाऊंगा जिसे दबाया गया है और न्याय से वंचित किया गया है। जिसे उसके रंग, समुदाय, भोजन, कपड़े के आधार पर सताया जा रहा है।
हमें एकजुट होकर एक ऐसे समाज का निर्माण करना है जहां कानून सभी के लिए समान हो, जहां सत्ता का दुरुपयोग न हो। उन्होंने लिखा कि हां, यह रास्ता आसान नहीं होगा। हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। लेकिन मुझे विश्वास है कि हम इन चुनौतियों को एक साथ पार कर सकते हैं। क्योंकि हमारे देश की एकता, विविधता ही हमारी ताकत है। मैं आप सभी के प्यार और आज आप जो प्रार्थना, आशीर्वाद और स्नेह मुझे दे रहे हैं, उसके लिए धन्यवाद देता हूं।