निर्जला एकादशी पर तुलसी को अर्पित करें ये एक चीज, धन-दौलत से भर जाएंगी जेबें

निर्जला एकादशी, तुलसी को अर्पित करें जल, धन-दौलत से भर जाएंगी जेबें, धर्म समाचार, महत्वपूर्ण एकादशी, भीष्म एकादशी, मोक्षदा एकादशी, तुलसी को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता, Nirjala Ekadashi, offer water to Tulsi, pockets will be filled with wealth, religion news, important Ekadashi, Bhishma Ekadashi, Mokshada Ekadashi, Tulsi is considered to be the form of Goddess Lakshmi,

निर्जला एकादशी, जिसे भीष्म एकादशी और मोक्षदा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है, साल की सबसे महत्वपूर्ण एकादशियों में से एक है। यह एकादशी ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष में आती है। इस साल, निर्जला एकादशी 18 जून, 2024 को है। हिंदू धर्म में, तुलसी को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि निर्जला एकादशी के दिन तुलसी की पूजा करने और उन्हें कुछ विशेष चीजें अर्पित करने से धन और समृद्धि प्राप्त होती है।

निर्जला एकादशी पर तुलसी को अर्पित करें ये एक चीज:

  • पीला धागा: निर्जला एकादशी के दिन तुलसी के पौधे में लाल कलावा जरूर बांधें। ऐसा करने से जीवन की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएंगी और श्रीहरि और माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।

अन्य उपाय:

  • कच्चा दूध: इस दिन माता तुलसी पर कच्चा दूध अर्पित करें। उससे पहले तुलसी के समक्ष एक दीपक जलाएं। फिर उनके सामने प्रार्थना करें।
  • फल और फूल: तुलसी को फल और फूल भी अर्पित करें।
  • धूप और दीप: तुलसी के चारों ओर धूप और दीप जलाएं।
  • भजन और मंत्र: तुलसी के भजन और मंत्र का जाप करें।

निर्जला एकादशी व्रत विधि:

  • निर्जला एकादशी के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें।
  • स्वच्छ वस्त्र पहनकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें।
  • इस दिन अन्न और जल ग्रहण न करें।
  • फल और फलों का रस ग्रहण कर सकते हैं।
  • दिनभर भगवान के नाम का जाप करें और धार्मिक ग्रंथों का पाठ करें।
  • रात्रि में भोजन ग्रहण कर सकते हैं।
  • अगले दिन, द्वादशी के दिन सूर्योदय के बाद पारण करें।

निर्जला एकादशी व्रत के लाभ:

  • निर्जला एकादशी का व्रत रखने से पापों का नाश होता है।
  • मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  • धन-दौलत में वृद्धि होती है।
  • रोगों से मुक्ति मिलती है।
  • ग्रह-दोषों का प्रभाव कम होता है।
  • मानसिक शांति प्राप्त होती है।

निष्कर्ष:

निर्जला एकादशी का व्रत एक कठिन व्रत है, लेकिन इसके अनेक लाभ हैं। यदि आप इस व्रत को पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ रखते हैं, तो आपको अवश्य ही लाभ प्राप्त होंगे।

ध्यान दें:

  • यदि आप किसी भी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं, तो निर्जला एकादशी का व्रत रखने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
  • गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं और बच्चों को भी इस व्रत को रखने से बचना चाहिए।
नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Speed News के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें...

Related posts