लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने फरवरी 2024 में उप सेनाध्यक्ष का पद संभाला था। लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी भारतीय सेना की हर कमान को अत्याधुनिक बनाने और उसे नए-नए हथियारों से लैस करने के अभियान का हिस्सा रहे हैं।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी को नया सेना प्रमुख नियुक्त कर दिया है। लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी फिलहाल सेना स्टाफ के उप प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं। उपेन्द्र द्विवेदी 30 जून दोपहर से अगले सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालेंगे जब जनरल मनोज पांडे का कार्यकाल खत्म हो जाएगा ध्यान देने वाली बात यह है कि पिछले महीने ही केंद्र सरकार ने जनरल मनोज पांडे का कार्यकाल 31 मई को उनकी सेवानिवृत्ति से 6 दिन पहले ही एक महीने के लिए बढ़ा दिया था। आइए इस आर्टिकल में जानते हैं नए लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी के बारे में।
40 वर्षों से करते आ रहे हैं देश की सेवा
1 जुलाई, 1964 को जन्मे द्विवेदी को 15 दिसंबर, 1984 को भारतीय सेना की इन्फैंट्री (जम्मू और कश्मीर राइफल्स) में कमीशन मिला था। लगभग 40 वर्षों की अपनी लंबी और विशिष्ट सेवा के दौरान उन्होंने विभिन्न कमांड, स्टाफ, इंस्ट्रक्शनल और विदेशी नियुक्तियों में काम किया है। लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी की कमांड नियुक्तियों में रेजिमेंट (18 जम्मू और कश्मीर राइफल्स), ब्रिगेड (26 सेक्टर असम राइफल्स), डीआईजी, असम राइफल्स (पूर्व) और 9 कोर की कमान शामिल है। लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने फरवरी 2024 में उप सेनाध्यक्ष का पद संभाला था। लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी भारतीय सेना की हर कमान को अत्याधुनिक बनाने और उसे नए-नए हथियारों से लैस करने के अभियान का हिस्सा रहे हैं।
उपेंद्र द्विवेदी की शिक्षा
सैनिक स्कूल रीवा, नेशनल डिफेंस कॉलेज और यूएस आमी वॉर कॉलेज के पूर्व छात्र लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने डीएसएससी वेलिंगटन और आर्मी वॉर कॉलेज महू में भी पढ़ाई की है। इसके अलावा उनको यूएसएडब्ल्यूसी, कार्लिस्ले, यूएसए में प्रतिष्ठित एनडीसी समकक्ष कोर्स में ‘विशिष्ट फेलो’ से सम्मानित किया गया। उनके पास रक्षा और प्रबंधन अध्ययन में एम.फिल. और सामरिक अध्ययन और सैन्य में दो मास्टर डिग्री हैं।
अब चीन और पाकिस्तान रहेंगे संभल कर
नए सेना प्रमुख द्विवेदी को चीन और पाकिस्तान बॉर्डर पर ऑपरेशन एक्सपीरियंस के लिए जाना जाता है। लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी के पास चीन और पाकिस्तान के साथ सीमाओं पर व्यापक परिचालन अनुभव है। उत्तरी सेना के कमांडर के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर निरंतर सैन्य अभियानों की योजना बनाने और उन्हें सफलतापूर्व पूरा करने के लिए बेहतरीन कौशल दिखाया।