नई दिल्ली। कांग्रेस के नेतृत्व वाले भारत गठबंधन द्वारा किए गए दावों के बावजूद, यह स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक नई सरकार केंद्र में सत्ता में आएगी। कल बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की बैठक हुई। इसमें एनडीए के तमाम नेता शामिल हुए। इस कार्यक्रम में दो सबसे चर्चित नेता नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू भी मौजूद थे। बिहार से नीतीश कुमार की जेडीयू के पास 12 सांसद हैं जबकि टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू की पार्टी के पास 16 सांसद हैं। ये दोनों पार्टियां बीजेपी की केंद्र सरकार के मुख्य स्तंभ हैं। भविष्य में भी बहुत कुछ उनकी भूमिका पर निर्भर करेगा। इसलिए नीतीश बाबू और चंद्रबाबू की मौजूदगी अहम थी।
अगले दो-तीन दिनों में नई सरकार का हो सकता है गठन
अगले दो-तीन दिनों में नई सरकार का गठन हो सकता है। परंपरा के मुताबिक, नई सरकार के शपथ ग्रहण से पहले नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद से अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंप दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई सरकार के गठन तक कार्यवाहक प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी मोदी को सौंपी है। नई सरकार बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीएच होगी। कल एनडीए की बैठक में नरेंद्र मोदी को चुना गया। नई सरकार में बीजेपी पहले की तरह एकाधिकार नहीं चला पाएगी। क्योंकि उनके पास अपने दम पर पूर्ण बहुमत नहीं है। उनकी सरकार अन्य पार्टियों के समर्थन पर निर्भर है। इसलिए बीजेपी को इस वक्त अहम खाते छोड़ने पड़ सकते हैं। इससे पहले बीजेपी एक-दो मंत्री पदों पर सहयोगी दलों की नियुक्ति कर चुकी है।
एनडीए में मंत्री पद का फॉर्मूला क्या है?
सूत्रों के मुताबिक नई सरकार में मंत्री पद का फॉर्मूला तय हो गया है। खबर है कि नई सरकार में बीजेपी को अपने पांच मंत्री गंवाने पड़ेंगे। नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को पांच-पांच मंत्री पद दिए जाएंगे। सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीजेपी का फॉर्मूला हर पांच सांसदों पर एक कैबिनेट मंत्री का है। नीतीश कुमार को 12 सीटों के लिए 2 कैबिनेट मंत्री और चंद्रबाबू नायडू को 16 सीटों के लिए 3 कैबिनेट मंत्री मिलेंगे। एकनाथ शिंदे की शिवसेना के पास 7 सांसद हैं। तो उन्हें कैबिनेट मंत्री का पद भी मिलेगा।