नई दिल्ली। पाकिस्तान ने आज एक बयान जारी कर कहा कि वह भारत सहित अपने पड़ोसियों के साथ “सौहार्दपूर्ण और सहयोगात्मक संबंध” चाहता है तथा सभी विवादों को बातचीत के माध्यम से सुलझाना चाहता है।
पाकिस्तान विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान ने हमेशा भारत के साथ लंबित मुद्दों के समाधान के लिए रचनात्मक वार्ता और सहभागिता की वकालत की है।
पाकिस्तान ने हमेशा भारत सहित सभी पड़ोसियों सहयोगात्मक संबंध रखता है
बलूच ने कहा, “पाकिस्तान ने हमेशा भारत सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ सहयोगात्मक संबंध चाहा है। हमने जम्मू-कश्मीर के मुख्य विवाद सहित सभी लंबित मुद्दों को हल करने के लिए लगातार रचनात्मक वार्ता और सहभागिता की वकालत की है।”
हालांकि, उन्होंने कहा कि जब तक नई सरकार आधिकारिक रूप से शपथ नहीं ले लेती, तब तक प्रधानमंत्री मोदी को बधाई देने पर चर्चा करना जल्दबाजी होगी।
प्रधानमंत्री को बधाई देने के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी
उन्होंने कहा, “हमें उनकी चुनावी प्रक्रिया पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है। चूंकि नई सरकार ने अभी तक औपचारिक रूप से शपथ नहीं ली है, इसलिए प्रधानमंत्री को बधाई देने के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी।”
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार शपथ लेने की तैयारी कर रहे हैं, तथा एनडीए को लोकसभा में बहुमत हासिल है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस वर्ष की शुरुआत में कहा था कि भारत लगातार बातचीत के रास्ते खुले रखता रहा है, साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि चर्चा में आतंकवाद के मुद्दे को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा, “हमने पाकिस्तान के साथ बातचीत के लिए अपने दरवाजे कभी बंद नहीं किए हैं। सवाल यह है कि किस बारे में बात की जाए। अगर किसी देश के पास इतने सारे आतंकवादी शिविर हैं, तो यह बातचीत का केंद्रीय विषय होना चाहिए।”