- प्रथम दृष्टया अपराध करना प्रतीत नहीं होता: झारखंड हाई कोर्ट
- सरकार के खिलाफ उठने वाली आवाजों को दबाया जा रहा है, मुख्यमंत्री होते हुए भी केजरीवाल को जेल में डाला गया: सोरेन
- ईडी ने जनवरी में झारखंड के पूर्व सीएम को जमीन घोटाला मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था
- पत्नी कल्पना सोरेन, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता ने सोरेन की रिहाई के लिए न्यायपालिका को धन्यवाद दिया
रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत मिल गई है। झारखंड हाई कोर्ट ने ईडी जमीन घोटाला मामले में हेमंत सोरेन को जमानत पर रिहा कर दिया। साथ ही सोरेन से 50 हजार रुपये का बांड भी जमा करने को कहा गया। इसी साल जनवरी के अंत में ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था। वह करीब पांच महीने तक जेल में रहे। हाईकोर्ट ने जमानत देते हुए यह भी कहा कि प्रथम दृष्टया हेमंत सोरेन दोषी नहीं लगते हैं। इसलिए उन्हें जमानत पर रिहा करने से कोई अपराध नहीं बनता।
हेमंत सोरेन रांची के बिरसा मंडुआ जेल से बाहर आये
हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन रांची के बिरसा मंडुआ जेल से बाहर आये, इस दौरान जेल के बाहर बड़ी संख्या में उनके समर्थक जमा हो गये। जेल अधिकारियों ने बताया कि शाम चार बजे हेमंत सोरेन को रिहा कर दिया गया। जेल के बाहर झारखंड मुक्ति मोर्चा समर्थकों द्वारा हेमंत सोरेन के समर्थन में नारे लगाये गये। वहीं उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने कोर्ट और समर्थकों को धन्यवाद दिया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी खुशी जताई और न्याय पालिका का आभार व्यक्त किया।
ईडी हेमंत सोरेन को झूठा फंसाया: वकील कपिल सिब्बल
हेमंत सोरेन के वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट में जोरदार दलीलें देते हुए कहा कि ईडी ने अपराध के मामले में हेमंत सोरेन को झूठा फंसाया है। जब ईडी ने कोर्ट में दावा किया कि हेमंत सोरेन ने रांची में 8।86 एकड़ जमीन हड़पने के लिए मुख्यमंत्री पद का दुरुपयोग किया। सोरेन ने अपने साथी अभिषेक प्रसाद को जमीन का मालिकाना हक बदलने के लिए दस्तावेजों से छेड़छाड़ करने का आदेश दिया। हालांकि, उच्च न्यायालय ने कहा कि ईडी द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों और सबूतों के आधार पर, सोरेन की जमानत मंजूर की जाती है क्योंकि अपराध के घटित होने का प्रथम दृष्टया कोई सबूत नहीं है। अब ईडी हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा सकती है।
पांच महीने बाद जेल से बाहर आए हेमंत सोरेन
जेल से रिहा होने के बाद हेमंत सोरेन ने कहा कि मैं पांच महीने बाद जेल से बाहर आया हूं, मुझे पांच महीने से आदिवासियों समेत झारखंड के सभी लोगों की चिंता हो रही है। पूरा देश जानता है कि मुझे जेल में क्यों डाला गया। आख़िरकार न्याय हुआ और इसीलिए मैं आज बाहर हूँ। जिस तरह से पत्रकारों, लेखकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है, उससे मैं अब भी चिंतित हूं।
मुझे झूठे मामले में पांच महीने तक जेल में रखा गया। वर्तमान में जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का जिक्र करते हुए सोरेन ने कहा कि सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले किसी भी व्यक्ति को कुचल दिया जा रहा है। दिल्ली में मुख्यमंत्री जेल में हैं, मंत्री होते हुए भी लोगों को जेल में डाल दिया गया है, न्याय की प्रक्रिया इतनी लंबी हो रही है कि दिन महीनों में और महीने सालों में बदल गये हैं। जो लोग इस स्थिति में भी आवाज उठा रहे हैं वे बधाई के पात्र हैं।