नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बुधवार को मुठभेड़ के दौरान भारतीय सेना की 48 राष्ट्रीय राइफल्स के एक कैप्टन शहीद हो गए और चार आतंकी मारे गए। अधिकारियों के मुताबिक, कैप्टन डोडा के अस्सर के शिवगढ़ धार में ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे थे।
मुठभेड़ जारी
पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि मुठभेड़ सुबह करीब 7:30 बजे घने जंगल में शुरू हुई, जब शिवगढ़-अस्सर बेल्ट में छिपे विदेशी आतंकियों के एक समूह को ट्रैक करने के लिए एक संयुक्त टीम द्वारा शुरू किए गए घेराबंदी और तलाशी अभियान (CASO) के दौरान मुठभेड़ शुरू हुई। अस्सर में एक नदी में छिपे आतंकी सुरक्षा बलों के साथ थोड़ी देर की गोलीबारी के बाद निकटवर्ती उधमपुर जिले के पटनीटॉप के पास एक जंगल से डोडा में घुस आए।
एम-4 कार्बाइन बरामद
अधिकारियों ने बताया कि उधमपुर में मंगलवार शाम करीब 6 बजे मुठभेड़ शुरू हुई। कुछ देर बाद इसे रोक दिया गया और रात भर घेराबंदी की गई। हालांकि, बुधवार को तलाशी अभियान फिर से शुरू हो गया। सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से खून से लथपथ चार बैग और एम-4 कार्बाइन बरामद की हैं।
आतंकवादियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच मुठभेड़, दो जवानों समेत एक नागरिक शहीद
इससे पहले 10 अगस्त को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में दो जवान और एक नागरिक शहीद हो गए थे। यह मुठभेड़ भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा शुरू किए गए संयुक्त अभियान के दौरान हुई थी।
जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं पर राजनाथ सिंह ने की बैठक
बुधवार सुबह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 78वें स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं पर बैठक बुलाई। अधिकारियों के मुताबिक, बैठक में रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, सैन्य अभियान महानिदेशक-लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा और सुरक्षा संबंधी एजेंसियों के प्रमुख शामिल हुए।