AI को लेकर काफी चर्चा हो रही है। हाल ही में चीन का DeepSeek आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आ चुका है। देखते ही देखते ये ऐप स्टोर के टॉप चार्ट में पहुंच गया है। डेटा सेफ्टी का भी इसमें पूरा ध्यान रखा जाता है। इस मामले को देखने वाले सभी लोग बताते हैं कि इस कंपनी का बेस चीन में है। यानी ये पूरी तरह चीन से ही मैनेज होती है। चीन की बड़ी कंपनी अलीबाबा ने भी बुधवार को अपने AI मॉडल Qwen की घोषणा की है। कंपनी ने कहा है कि ये DeepSeek ऐप से ज्यादा ताकतवर होने वाला है।
प्राइवेसी पॉलिसी करनी होगी फॉलो
भारत के लिए ये एक बड़ा चिंता का विषय भी बन गया है। भारतीय अधिकारियों ने ET से कहा, ये ओपन-सोर्स मॉडल है जो किसी भी डिवाइस पर काम कर सकता है। लेकिन इसकी प्राइवेसी पॉलिसी पर अभी तक शक हो रहा है। क्योंकि इसका पूरा सर्वर चीन से स्टोर हो रहा है। इसका मतलब है कि डेटा चीन तक पहुंच सकता है।
डेटा को लेकर चिंतित अधिकारी
एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हम मॉनिटर कर रहे हैं। अभी तक ऐसा कुछ नहीं है जिसको लेकर चिंता की जाए। अगर डेटा ट्रांसफर को लेकर कोई चिंता होगी तो हम बिना देर किए इस पर एक्शन भी लेंगे।’ ये कोई पहली बार नहीं है जब भारत सरकार के रडार पर कोई चीनी ऐप है। इससे पहले भी कई चीनी ऐप्स पर एक्शन लिया जा चुका है। अधिकारियों ने इसकी पूरी तस्वीर भी साफ कर दी है। अगर ऐसा कुछ भी पाया जाता है तो तुरंत एक्शन भी लिया जाएगा। IT नियमों के तहत ऐसा किया जा रहा है। एक्सपर्ट्स का भी कहना है कि भारतीय यूजर्स का डेटा चीन में स्टोर किया जा सकता है। अधिकारी अभी इसको लेकर काफी चिंतित भी हैं। क्योंकि साफ नहीं हो पाया है कि आखिरकार डेटा जा कहां रहा है।