फिरोजाबाद। यूपी के फिरोजाबाद में चोरी के मामले में जेल में बंद आरोपी आकाश (उम्र-25 साल) की मौत के बाद लोगों की भीड़ भड़क गई और सीधे पुलिस से भिड़ गई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जब पुलिस ने बल प्रयोग किया तो हिंसा भड़क उठी और गुस्साए लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
क्यों बिगड़ा मामला?
खबरों के मुताबिक, दलित युवक आकाश की मौत के बाद उसका शव हिमायुपुर इलाके में उसके घर पहुंचते ही स्थानीय लोग पुलिस पर भड़क गए। इसी बीच पुलिस पर पथराव शुरू हो गया और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। तो लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
भीड़ ने पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया
शव देखते ही बेकाबू भीड़ ने पुलिस की कई गाड़ियों में आग लगा दी और शव वाहन में तोड़फोड़ शुरू कर दी। लोगों की ऐसी हिंसक प्रतिक्रिया देखने के बाद पास के थाने से अतिरिक्त बल बुलाया गया। जिसके बाद पुलिस और गुस्साए लोगों की भीड़ आमने-सामने हो गई और लोगों ने पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।
चोरी के आरोप में एक दलित युवक को गिरफ्तार किया गया
हंगामा तब शुरू हुआ जब फिरोजाबाद की जिला जेल में 25 साल के दलित युवक आकाश की मौत हो गई। पुलिस ने आकाश को चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। मृतक आकाश के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उसे जेल भेजने से पहले बुरी तरह पीटा और बुरी हालत में जेल भेजा जहां उसकी मौत हो गई। दावा किया गया कि उन्हें इलाज भी नहीं दिया गया।