नई दिल्ली, 6 दिसंबर (आईएएनएस) – आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में स्वस्थ शरीर के लिए इम्यूनिटी का मजबूत रहना बेहद महत्वपूर्ण है। इसके लिए हम अक्सर ऐसे उपाय अपनाते हैं, जिनके बारे में सिर्फ सुना होता है, लेकिन क्या आपको पता है कि इन उपायों पर ध्यान से विचार करने का समय आ गया है?
हमारी जीवनशैली और आहार का हमारे शरीर पर गहरा असर पड़ता है, इसलिए इनका ध्यान रखना बेहद जरूरी है। विशेषज्ञों का मानना है कि हर कदम सोच-समझ कर उठाना चाहिए।
न्यूट्रिशनिस्ट रिद्धि खन्ना के अनुसार, कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं जिनका अत्यधिक सेवन हमारी इम्यूनिटी को प्रभावित कर सकता है। उनका कहना है कि किसी भी चीज़ की अति नुकसानकारी हो सकती है, चाहे वह जिंक हो, फैट हो या कार्बोहाइड्रेट।
जिंक एक महत्वपूर्ण माइक्रोन्यूट्रिएंट है, जिसका सेवन सप्लीमेंट्स के रूप में किया जाता है। कोविड-19 के बाद इसके उपयोग में काफी वृद्धि हुई, और इसे बीमारियों से लड़ने में प्रभावी माना गया। लेकिन रिद्धि खन्ना के मुताबिक, अत्यधिक जिंक का सेवन शरीर में आयरन और कॉपर के अवशोषण को प्रभावित करता है, और यही कॉपर इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि जिंक का सेवन संयमित मात्रा में ही किया जाए, और इसके उपयोग से पहले डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से परामर्श लिया जाए।
इसी तरह से, फैट का सेवन भी महत्वपूर्ण है, लेकिन ध्यान रखना चाहिए कि वह किस प्रकार का फैट है। जंक फूड के इस दौर में लोग स्वस्थ वसा की उपेक्षा कर देते हैं, या फिर अधिक तेल और घी से परहेज़ करने लगते हैं। हालांकि, स्वस्थ वसा शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ावा देती है। खन्ना के अनुसार, सैचुरेटेड फैट जैतून के तेल, एवोकाडो और कुछ मेवों में पाया जाता है, जबकि पॉलीसैचुरेटेड फैट मछली, चिया बीज और अखरोट में होता है। ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद करते हैं।
विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि सब्जियों और फलों को अत्यधिक धोने, वजन घटाने के लिए अत्यधिक व्यायाम करने या बिना जरूरत के अधिक सप्लीमेंट्स लेने से भी बचना चाहिए। अगर आप एक्सपर्ट की सलाह से काम करेंगे, तो न केवल शरीर में ताकत बनाए रखेंगे, बल्कि बीमारियों से भी बेहतर तरीके से लड़ने में सक्षम होंगे।